हरिद्वार। विधानसभा चुनावों का ऐलान कभी भी हो सकता है। ऐसे मंें चुनाव लड़ने के इच्छुक अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। टिकट पाने के लिए गुणा-भाग भी चल रहा है। टिकट के लिए कोई किसी के समर्थन मंें है तो कोई अपनी टांग अड़ा रहा है। बावजूद इसके चुनाव लड़ने का फैसला ले चुके नेता अब टिकट के भरोसे नहीं हैं। उन्हें पार्टी टिकट दे या ना दे उनका एकमात्र मकसद चुनाव लड़ना है। और वे हर हाल में लड़ेंगे भी।
बात हरिद्वार शहर सीट की करें तो यहां भाजपा व कांग्रेस में कई नेताओं ने चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। बावजूद इसके कुछ नेताआंे को दावेदारी पेश करना भारी भी पड़ा तो कुछ अपनों की जड़ों में मट्ठा देते हुए पैराशूट नेता की वकालत कर रहे हैं।
बहरहाल भाजपा व कांग्रेस में जो दो नाम प्रमुख हैं उनमें भाजपा के कन्हैया खेवडि़या व कांग्रेस के पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी। सतपाल ब्रह्मचारी पूर्व में भी विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं और इस बार भी चुनाव लड़ने की वे काफी लम्बे समय से तैयारी कर रहे हैं। वहीं कन्हैया खेवडि़या की पतवार को भी सहारा मिला हुआ है। इस कारण से वे भी दमखम के साथ चुनाव लड़ने के लिए लालायित हैं।
सूत्र बताते हैं कि इन दोनों नेताओं को यदि पार्टी टिकट देती है तो ठीक, (जिसकी उम्मीद कम ही लगायी जा रही है) नहीं तो ये चुनाव अवश्य लड़ेंगे। इनमें से एक नेता समय के इंतजार में हैं। यदि पार्टी टिकट नहीं देती है तो दूसरी पार्टी से ये चुनाव मैदान में उतरेंगे। वहीं दूसरे नेता क्षेत्रीय दल या फिर निर्दलीय के तौर पर चुनाव मैदान में कूंदेंगे। सूत्र बताते हैं कि दोनों ही नेता हर हाल में इस बार विधानसभा चुनाव में मैदान में नजर आएंगे।

खेवडि़या व ब्रह्मचारी को पार्टी टिकट दे या न दे चुनाव अवश्य लडेंगे


