बारह (12) ज्योतिर्लिंगों में एक भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि घोषित हो गई है। आज महाशिवरात्रि पर्व पर केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई। ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में पंचांग गणना के अनुसार 6 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित की गई।
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने और पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली उखीमठ से कैलाश रवाना होने की तिथि आज महाशिवरात्रि पर्व पर घोषित हुई। मंगलवार सुबह 10 बजे भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में रावल भीमाशंकर लिंग, मन्दिर समिति के पदाधिकारियों, विद्वान आचार्यों व हक-हकूकधारियों की मौजूदगी में पंचाग गणना के अनुसार घोषित की गई।
बता दें कि महाशिवरात्रि पर्व पर भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने की तिथि घोषित होती है। यह परम्परा वर्षों से चली आ रही है। इसको लेकर कोविड 19 की गाइडलाइन का सख्ती से पालन किया गया। भक्तों द्वारा सोशल दूरी के तहत पूजा-अर्चना, जलाभिषेक, कीर्तन भजन किये गए। प्रधान पुजारी बागेश लिंग ने बताया कि महाशिवरात्रि पर्व पर आज भगवान केदारनाथ के कपाट खोलने तथा पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के उखीमठ से कैलाश रवाना होने की तिथि पंचाग गणना के अनुसार घोषित की गई है। मंदिर को लगभग आठ कुन्तल फूलों से भव्य रूप से सजाया गया। आज महाशिवरात्रि पर्व पर केदारनाथ, मदमहेश्वर, विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी तथा ओंकारेश्वर मन्दिरों में प्रधान पुजारियों की तैनाती भी की गई है। इन मंदिरों में जिन पुजारियों की तैनाती की गई है उनके नाम इस तरह हैं एमटी गंगाधर लिंग केदारनाथ धाम, शिवशंकर लिंग मद्महेश्वर मंदिर, शिव लिंग ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ, शशिधर लिंग विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी और बागेश लिंग अतिरिक्त पुजारी होंगे।