हरिद्वार। पथरी के जंगलों में स्थित हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक काठा पीर के मेले को फर्जी वीडियो के माध्यम से बदनाम करने की साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने मेले में पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ने और उनकी पिटाई करने का फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था।
पथरी थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार का कहना है कि काठा मेले में किसी तरह का कोई बवाल ना हो, इसके लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। यही कारण रहा कि 5 दिन तक चले इस मेले में किसी तरह का कोई बवाल हुआ, लेकिन कुछ लोगों ने साजिश कर इस मेले की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया। जिसके चलते पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी शौकीन का कहना है कि यह वीडियो उसने कुछ लोगों के बहकावे में आकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। यह वीडियो पूरी तरह से एडिटेड है, जबकि यह वीडियो मेले की है ही नहीं। बता दें, पथरी थाना क्षेत्र में बीते दशकों से लग रहा काठा पीर बाबा का मेला हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल है। इस मेले में हिंदू मुस्लिम सभी संप्रदाय के लोग बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। इस बार दो ठेकेदारों की आपसी रंजिश ने इस धार्मिक मेले का सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया गया। विवाद के चलते इस बार इस मेले का संचालन किसी ठेकेदार द्वारा नहीं बल्कि तहसील प्रशासन द्वारा संपन्न कराया। पुलिस का कहना है कि फर्जी वीडियो के सूत्रधार को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ इस साजिश को रचने वाले अन्य लोगों की तलाश की जा रही है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

काठा पीर मेले का वायरल किया था फर्जी वीडियो, आरोपी चढ़ा पुलिस के हत्थे


