कांग्रेस ने गंगा पूजा कर की हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरूआत

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने केन्द्र व प्रदेश सरकार पर जमकर साधा निशाना


हरिद्वार।
कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व जहां राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहा है तो वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की अगुवाई में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस ने हरिद्वार हरकी पैड़ी से गंगा पूजा कर इस अभियान की शुरुआत की। उन्होंने जन-जन को भाई चारे का संदेश देते हुए केन्द्र व प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा और हर मोर्चे पर विफल बताया।


यात्रा के दौरान सड़कों पर व दुकानों पर जाकर लोगों से मुलाकात करते हुए करण माहरा ने लोगों को जागरूक करने का कार्य किया। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का पहला फेज श्रीनगर में समाप्त होगा। जिसके बाद कई यात्राएं निकलनी हैं। यह यात्रा भी इसी क्रम में निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि सबके पास एंड्रॉयड फोन और टीवी नहीं है तो कोई अपने काम धंधे में इतना मशगूल है कि उसे भारत जोड़ो यात्रा के विषय में जानकारी ही नहीं है। इसलिए अंतिम व्यक्ति को भी इसकी जानकारी मिल सके, इसके लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।


रामचरित मानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान पर करन माहरा ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य कुछ कहते हैं और अन्य लोग कुछ कहते हैं। जैसे उमा भारती कुछ कहती हैं और भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री कुछ और वर्तमान मुख्यमंत्री कुछ। उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म की बात करते हैं, उनकी कलई जोशीमठ से खुल गई है। खुद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और बदरीनाथ से पूर्व विधायक रहे महेंद्र भट्ट काफी देर से जोशीमठ पहुंचते हैं। जिससे उनकी गंभीरता को समझा जा सकता है। करन माहरा ने कहा कि उन्होंने जब कांग्रेस के साथियों के साथ मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया, तब जाकर उन्होंने जोशीमठ में रात्रि विश्राम किया। मुख्यमंत्री धामी ने एक बयान दिया था कि जोशीमठ में हर प्रकार के निर्माण पर रोक लगा दी गई है। उसके बाद भी एनटीपीसी की टनल में काम लगातार जारी रहा। यह भी मुख्यमंत्री की गंभीरता को दिखाता है।


उन्होंने कहा कि जोशीमठ को लेकर राहुल गांधी भी काफी चिंतित हैं। विशेषकर पूरे हिमालय को लेकर उन्होंने चिंता जाहिर की है। राहुल गांधी ने जियोलॉजिस्ट से पूरे हिमालय को लेकर चर्चा की है। क्योंकि यह घटना न केवल जोशीमठ में हो रही है, बल्कि कर्णप्रयाग, टिहरी, मसूरी, रुद्रप्रयाग, नैनीताल आदि जगह में भी मकानों पर दरारें देखी जा रही हैं। ऐसा लग रहा है कि विकास के नाम पर विनाश की लीला चल रही है। उन्होंने कहा कि इसरो की रिपोर्ट को गायब किया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसी रिपोर्ट का इस्तेमाल जान माल की रक्षा के लिए किया जा सकता है।

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