हरिद्वार। काली सेना के संस्थापक स्वामी आनंद स्वरूप महाराज, दिनेशानंद भारती एवं अन्य कई संतो की गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताते हुए तत्काल उनकी रिहाई व दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर काली सेना के राष्ट्रीय प्रमुख विनोद महाराज ने सिटी मजिस्ट्रेट के द्वारा हरिद्वार जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया।
इस अवसर पर विनोद महाराज ने कहाकि अगर दोषी अधिकारियों पर करवाई नहीं की गई तो आने वाले समय में पूरे उत्तराखंड में काली सेना एक जन आक्रोश करेगा। जिसकी जिम्मेदारी हरिद्वार प्रशासन की होगी। उन्होंने कहाकि हरिद्वार प्रशासन ने अगर जल्द कोई संज्ञान नहीं लिया तो मजबूरन काली सेना सड़कांे पर आयेगी।
विदित हो कि हरिद्वार जनपद के भगवानपुर के डाडा जलालपुर में धर्म संसद के आयोजन को देखते हुए हरिद्वार प्रशासन ने धर्म संसद के आयोजन पर रोक लगाते हुए क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी थी। उसके बाद भी आयोजक धर्म संसद की जिद पर अड़े रहे। सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले में संज्ञान लेने और राज्य सरकार को निर्देश देने के बाद प्रशासन हरकत में आया था, जिसके बाद धर्म संसद के आयोजन पर रोक लगा दी गयी थी। आयोजकों द्वारा धर्म संसद करने की जिद और माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते पुलिस ने आयोजकों को गिरफ्तार कर लिया था। बता दें कि हनुमान जंयती पर आयोजित शोभायात्रा पर एक समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव के साथ आगजनी की थी, जिसके बाद क्षेत्र में बवाल हो गया था। उसी को लेकर काली सेना के लोगांे ने डाडा जलालपुर में धर्म संसद करने का निर्णय लिया था।
इस दौरान अधीर कौशिक, मनोज चौहान, लक्ष्मण कुमार, सूर्य प्रताप राय, पुरुषोत्तम आर्य एवं संजय सिंह के साथ अन्य कई लोग उपस्थित रहे।