हरिद्वार। महंत वृहस्पति गिरि महाराज ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि महाराज की शह पर कालू गिरि व अन्य पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने अपने स्वामित्तव की बहेडी, जिला बरेली यूपी भूमि को बेचने और भूमाफियाओं से जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है। उनका

कहना है कि पूर्व में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के साथ सांठ-गांठ कर उन्होंने पीलीभीत स्थित उनकी 900 बीघा भूमि पर कब्जा कर लिया। इसी कब्जे के कारण उन्होंने उन्हें फर्जी संत घोषित करवा दिया और उनके मठ पर कालू गिरि का जबरन कब्जा करवाकर उन्हें बेदखल कर दिया गया। उन्हों

ने आरोप लगाया की जिस भूमि पर कब्जा कर उसे बेचा जा रहा है, वह उनके अधिकार मेें है। न्यायालय ने भी उनको उसका अधिकारी माना है। बावजूद इसके अखाड़ा परिषद महामंत्री की शह पर यह सब कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि इस मामले की शिकायत के बाद भी पुलिस प्रशासन और अधिकारी उनकी शिकातय सुनने के लिए तैयार नहीं है। उनका कहना है कि यदि उनको न्याय नहीं मिला है तो वे आत्मदाह जैसे कदम उठाने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने कहाकि शासन और प्रशासन को चाहिए की मामले की जांच कर उन्हें न्याय दिलाएं।