अपने घर में विघटन, मंशा अखाड़ा परिषद का नेतृत्व करने की

हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की आगामी 25 अक्टूबर को होने वाली बैठक से पूर्व अखाड़ों की राजनीति गर्मा गयी है। जहां एक ओर अखाड़ा परिषद की बैठक के विरोध में आठ अखाड़े एक हो गए हैं वहीं अन्य पांच अखाड़ों में भी एक राय नहीं होने से राजनीति में और अधिक भूचाल आने वाला है।
बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने प्रयागराज में नरेन्द्र गिरि की षोडशी के समय दीपावली के बाद परिषद की बैठक आयोजित करने की बात कही थी। जिस पर सभी अखाड़े एक राय थे। उसके दो दिन बाद बैठक 25 अक्टूबर को निर्धारित कर दी गयी। जिस कारण से अखाड़ों में रोष उत्पन्न हो गया। सूत्र बताते हैं कि परिषद के इस निर्णय से 8 अखाड़े खिन्न हो गए। जिसमें बैरागी संतों के तीन अखाड़े, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, अटल पंचायती अखाड़ा, बड़ा अखाड़ा उदासीन, निर्मल पंचायती अखाड़ा शामिल हैं। जबकि नया अखाड़ा उदासीन का रूख अभी स्पष्ट तौर पर सामने नहीं आया है। वहीं जूना अखाड़े के सहयोगी आवाह्न व अग्नि भी नाराज बताए जा रहे हैं। आवाह्न अखाड़े की नाराजगी की बानगी कुंभ के दौरान देखी भी गयी थी। वहीं सूत्र बताते हैं कि आनन्द अखाड़े के स्वर भी कुछ अलग ही दिखायी पड़ रहे हैं। यदि ऐसा है तो परिषद के समर्थन में 2 से 3 अखाड़े ही शेष रह जाते हैं। उधर सूत्र बताते हैं कि 8 अखाड़ों के एक साथ आ जाने और अपने सहयोगियों की भी नाराजगी सामने आने से परिषद के पदाधिकारी चिंतित हैं। बैठक में नए अध्यक्ष का ऐलान होना है, इस कारण से बैठक महत्वपूर्ण है। जबकि अपनों की नाराजगी की खबरें सामने आने के बाद से परिषद के पदाधिकारियों की बैचेनी और अधिक बढ़ गयी है। सूत्र बताते हैं कि वहीं बैठक से पूर्व अध्यक्ष पद के लिए व्यक्ति का नाम तय किया जा चुका है, तथा उसके लिए खेमे बंदी भी जारी है, किन्तु आठ अखाड़ों के एक हो जाने की खबर ने सभी रणनीति पर पानी फरे दिया है। सूत्र बताते हैं कि जब सहयोगी अखाड़े ही नाराज बताए जा रहे हैं तो मनचाहा अध्यक्ष बना पाना किसी के लिए भी संभव नहीं है। जबकि अन्य पदाधिकारियों के खिलाफ भी संतों में रोष है। ऐसे में संभावना जतायी जा रही है कि यदि बैठक होती है तो नए अध्यक्ष के साथ अन्य पदाधिकारी भी नए बनाए जा सकते हैं। जिसमें एक पद बैरागी अखाड़ों को देना लाजमी हो जाएगा। यदि ऐसा होता है तो अध्यक्ष के साथ महामंत्री का चेहरा भी नया सामने आ सकता है, जिसकी संभावना सूत्रों के द्वारा अधिक बतायी जा रही है। परिषद को कौन-कौन से चेहरे नए मिलते हैं, बैठक होती भी या नहीं यह 25 अक्टूबर को ही स्पष्ट हो पाएगा।

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