हरिद्वार। आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक इंद्रेश कुमार ने कहा कि शुक्रवार के दिन को पत्थरवार दिन बनाने वालों के खिलाफ मुस्लिम समाज आगे आये और ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराये, ताकि समाज और देश में शांति स्थापित हो सके। उन्होंने अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए हादसे पर दुःख प्रकट करते हुए भगवान बर्फानी बाबा से मृत आत्माओं की शांति की प्रार्थना की।
सोमवार को नंद विहार स्थित जीवनदीप आश्रम में चल रहे गुरू पूर्णिमा महोत्सव में पहुंचे आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक इंद्रेश कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा देश और विश्व गुरु पूर्णिमा मना रहा है। उन्होंने कहा कि देश में सभी धर्मांे के लोग निवास करते हैं। जिन लोगों ने शुक्रवार के दिन को पत्थरवार बना दिया है, ऐसे अराजक तत्वों ने देश की एकता और अखंडता को भारी नुकसान पहुंचाया है। कहा कि मुस्लिम भाइयों को पत्थरवार की जगह प्रेमवार दिन बनाना चाहिए, ताकि सभी लोग आपसी भाईचारे के साथ रह सके। कहा कि शांति व्यवस्था भंग कर कुछ अराजकतत्वों ने भारतीय संविधान की अवहेलना की है। यूपी सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश में एक प्रश्न ओर खड़ा हुआ कि सैकड़ों वर्षों से मंदिरों व मूर्तियों को तोड़ा गया। जिन्होंने यह नारा लगाया कि तन से सर जुदा है, ऐसे गैर संवैधानिक बयान और नारेबाजी करने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कदम उठाये। यह देश मजहबी कानून से नहीं चलेगा। यदि ऐसा होने लगा, तो मोहल्ले ओर कॉलोनियों में भी यूनियन खड़ा करना मुश्किल हो जाएगा और देश की एकता और अखंडता छिन्न-भिन्न हो जाएगी। क्योंकि इस देश में अनेकांे धर्मों के लोग निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग सर्व धर्मों का सम्मान करें और ऐसे भारत का निर्माण हो, जिसकी अंदर ओर बाहर दोनों जगह की सीमाएं सुरक्षित हो सकें। उन्होंने बताया कि आगामी 15 अगस्त को भारत सरकार और देश आजादी का अमृत महोत्सव मनाने जा रहा है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि घर-घर तिरंगा, खेत-खलियान, दुकान तिरंगा अभियान चलाया जाएगा, ताकि इस स्वतंत्रता दिवस पर एकता और अखंडता का संदेश तो जाए ही, साथ ही पूरा देश तिरंगामय हो सके। इंद्रेश कुमार ने कहा कि ग्रीन भारत बनाने में भी लोग अपनी जिम्मेदारी निभाये। महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी महाराज ने कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्तों की सेवा करने की अपील की।