प्रयागराज। प्रयागराज महाकुंभ में आईआईटी वाले बाबा के नाम से चर्चा में आए अभय सिंह को जूना अखाड़े ने निष्काषित कर दिया है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई, माता-पिता और गुरु के अपमान पर की गई है। यह कार्रवाई जूना अखाड़े की अनुशासन समिति ने की है। कार्रवाई शनिवार की देर रात पंच परमेश्वर की बैठक के बाद अखाड़े की अनुशासन कमेटी ने की। अभय सिंह के जूना अखाड़े में प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
बता दें कि इन दिनों महाकुंभ में आईआईटी वाले बाबा यानी अभय सिंह सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में बने हुए हैं। उन्होंने अपने कई इंटरव्यू में घर छोड़ने की वजह माता-पिता को बताया था। हरियाणा के झज्जर जिले के रहने वाले अभय के पिता कर्ण सिंह एडवोकेट हैं। अभय ने आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की थी। इसके बाद उन्होंने कनाडा की एक कंपनी में काम भी किया था। इस बीच अचानक वह घर लौटे थे और गायब हो गए थे। इसके बाद वह महाकुंभ में नजर आए। अभय सिंह जूना अखाड़े के संत महंत सोमेश्वर पुरी महराज के शिष्य हैं।
बीते दिनों पिता कर्ण सिंह अभय सिंह से मिलने महाकुंभ पहुंचे थे। परिवार के मुताबिक अभय करीब 11 महीने पहले सभी के संपर्क से दूर हो गए। इसके बाद उनका कुछ भी नहीं पता चला था। महाकुंभ से उनका वीडियो वायरल होने के बाद उनके पिता कर्ण सिंह प्रयागराज पहुंचे थे। इस बीच उन्हें पता चला कि अभय सिंह महाकुंभ छोड़कर कही जा चुके हैं।
आईआईटी वाले बाबा ने परिवार और माता-पिता के साथ ही गुरु को लेकर कुछ ऐसे बयान दिए जो चर्चा का विषय बन गए हैं। इसे लेकर संतों ने भी आपत्ति जताई। कहा कि माता-पिता और गुरु का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
एक चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी जिंदगी में वैराग्य का भाव उसी समय आने लगा था, जब उन्होंने अपने घर में माता-पिता के बीच झगड़े को देखा। सोचा कि अगर झगड़ा ही करना है, तो फिर शादी क्यों की। इसके अलावा उन्होंने अपने गुरु को लेकर भी अमर्यादित बयान दिए थे।
इसके अलावा उन्होंने कहा था कि माता-पिता भगवान से बड़े नहीं हो सकते हैं। उनके इस बयान पर जूना अखाड़े ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद जूना अखाड़े ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पंडाल छोड़ देने के निर्देश दिए थे। इसके बाद अभय सिंह कहीं चले गए थे। अब जूना अखाड़े ने इस मामले में सख्त एक्शन लेते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया। अब वह जूना अखाड़े से जुड़े संत नहीं हैं।
अखाड़े की अनुशासन कमेटी ने इस पर शनिवार को बैठक की थी। बैठक के बाद पंच परमेश्वर का फैसला अभय सिंह को अखाड़े से निष्कासित करने को लेकर आया। अब जब तक अभय सिंह अपने गुरुओं और माता-पिता का सम्मान करना नहीं सीख जाते अखाड़े में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।