उत्तराखंड में भी मेरठ की तरह पति की हत्या कर लाश को ठिकाने लगाने का मामला सामने आया है। पति की हत्या ये मामला उधम सिंह नगर जिले के किच्छा का है, जिसका पुलिस ने 20 मार्च को खुलासा किया। पुलिस ने हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पुलिस के मुताबिक 17 मार्च को पारुल निवासी वार्ड नंबर 1 मल्ली देवरिया निवासी ने किच्छा थाने तहरीर दी थी। पारुल ने अपनी तहरीर में बताया था कि 15 मार्च की रात से उसका पति हरीश गायब है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू की।
पुलिस के अनुसार तहरीर मिलने के कुछ घंटों बाद ही उन्हें गेंहू के खेत में लाश मिलने की सूचना मिली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाश की शिनाख्त कराई तो वो हरीश की निकली। पुलिस ने भी शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
19 मार्च को मृतक हरीश के भाई शंकर ने किच्छा कोतवाली पुलिस ने अपने भाई की हत्या की आशंका जताई और उसका आरोपी हरीश की पत्नी पारुल और ठेकेदार रईस उर्फ बाबू पर लगाया। शंकर का आरोप है कि पारुल ने अपने पति हरीश की गुमशुदगी की बात उनसे छिपाई रखी।
शंकर की आशंका पर पुलिस ने मामले जांच शुरू की। साथ ही पारुल के घर भी दबिश दी तो आरोपी रईस उर्फ बाबू भी वहीं मिला। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पुलिस पूछताछ में दोनों ने हरीश की हत्या का जुर्म कबूल किया।
पारुल ने पुलिस को जो बताया कि वह और बाबू एक दूसरे प्यार करते है, जिसका पता हरीश को लग गया था। हरीश हम दोनों के प्यार का विरोध करता था। हरीश आए दिन मेरे साथ मारपीट भी करता था। इसीलिए मैं उससे छुटकारा पाना चाहती थी. मैने रईस उर्फ बाबू के साथ मिलकर हरीश को मारने का प्लान बनाया था।
पुलिस के अनुसार 15 मार्च को रईस, पारूल के घर आया था। इसके बाद पारुल ने तकिये से सोते हुए हरीश का मुंह दबाया। रईस ने हरीश के हाथ पकड़े थे। साथ ही उसका मुंह भी दबाया। इसी तरह दोनों ने हरीश को मार दिया। हरीश उस रात बहुत ज्यादा नशे भी था।
हत्या के बाद पारुल की मदद से रईस ने हरीश की लाश अपनी पीठ पर लादी और उसे घर से करीब 60 से 70 मीटर दूर गेहूं के खेतों के बीच में पीपल के पेड़ के नीचे डाल दी थी। पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।