हरिद्वार। हरिद्वार के दो प्रमुख संतों की कुछ समय पूर्व जांच एजेंसी ने कुंडली खंगाली थी। वैसे तो कुंडली में ग्रह दोष पाय ा जाता है, किन्तु इन संतों की कुंडली में नेता दोष पाया गया। जिस कारण से नेता जी का भी संतों के साथ दोष निवारण होना तय हो गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विगत लम्बे समय से संतों और नेताओं के गठजोड़ के कारण कारगुजारियों की शिकायतें देश के बड़े नेताओं तक पहुंच रही थीं। सूत्र बताते हैं कि उन शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए जांच करायी गयी। जिसमें हरिद्वार के दो प्रमुख संत शामिल थे। जांच दल ने जब इन कथित संतों की कुंडली खंगाली तो उसमें एक नेता की भूमिका भी सामने आयी। सूत्र बताते हैं कि भगवाधारण कर संन्यास परम्परा के विरूद्ध आचरण और घालमेल करने में संतों का साथ देने में एक नेता की भूमिका भी सामने आयी है। सूत्र बताते हैं कि नेता की भूमिका सामने आने पर मामले को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। वह इस कारण की प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं। जिस कारण से यदि कोई कार्यवाही की जाती है तो चुनावों पर इसका असर हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक चुनावों के बाद संतों व नेता जी की बनायी गयी कुंडली पर कार्यवाही होना तय है। यदि ऐसा होता है तो दो प्रमुख संतों और नेताजी की फजीहत होना तय है।

दो बड़े संतों की जांच एजेंसी ने खंगाली कुंडली, कुंडली में आया नेता दोष


