जब शहद को गर्म किया जाता है तो उसके रंग, उसकी थिकनेस और उसके पोषक तत्वों में कमी आना शरू हो जाती है, जिसका सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
शुगर के बदले आप कौन-कौन सी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं.?
शायद ही आपके पास ज्यादा विकल्प बचते हों, लेकिन शहद का इस्तेमाल अक्सर चीनी के विकल्प के रूप में किया जाता है। शहद न सिर्फ स्वाद में बेहतर होता है, बल्कि ये ढेर सारे पोषक तत्वों से भी भरा होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप शहद को गर्म करके इस्तेमाल करते हैं तो ये आपके शरीर के लिए जहर की तरह काम कर सकता है। आइए जानते हैं क्यों भूलकर भी शहद को गर्म करने के बाद इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
शहद को गर्म करने पर क्या होता है?
जब शहद को गर्म किया जाता है तो उसके रंग, उसकी थिकनेस और उसके पोषक तत्वों में कमी आना शरू हो जाती है।और तो और शहद को गर्म करने पर ये जहर में तब्दील हो जाता है और उसकी थिकनेस एक गाढ़ी गोंद जैसी हो जाती है।
आयुर्वेद की मानें तो
शहद को गर्म करने से उसके प्राकृतिक गुणों में बदलाव हो जाता है और उसके जहरीले अंश हमारे पाचन तंत्र के बलगम वाली जगह पर चिपक जाते हैं। ये सारी प्रक्रिया अम नाम का एक जहरीला तत्व बन जाती है, जो हमारे पेट के संपूर्ण कार्यों को बिगाड़ने का काम करती है और आपको सांस लेने में दिक्कत, इंसुलिन संवेदनशीलता, स्किन संबंधी बीमारियों और वजन बढ़ने का कारण बनती है।
गर्म किए हुए शहद को खाना कितना सही?
अगर आप शहद का सेवन प्राकृतिक रूप में करते हैं तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा होता है क्योंकि इसमें हेल्दी एंजाइम होते हैं, जैसे अमीनो एसिड, विटामिन-सी, डी, ई, के, बी-कॉम्प्लेक्स, बीटा-कैरोटीन, मिनरल्स, एशेंशियल ऑयल और एंटीऑक्सिडेंट। ये सभी तत्व आपके शरीर को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार
शहद को गर्म करने या फिर पकाने से आपको फायदे की जगह नुकसान हो सकता है, क्योंकि शहद को गर्म करने से शहद में मौजूद स्वास्थ्यवर्धक यौगिक बदल जाते हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं।
शहद को हाई टेम्परेचर पर पकाने या गर्म करने से उसके पोषक तत्वों के गुणों में बदलाव आ जाता है।
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी की एक रिपोर्ट के अनुसार, शहद को पकाने या गर्म करने से उसकी गुणवत्ता खराब हो सकती है और इसमें मौजूद जरूरी एंजाइम और पोषक तत्व कम हो सकते हैं।
इन बातों का रखें विशेष ध्यान दें..
1ः- हमेशा शहद का सेवन प्राकृतिक रूप में ही करें।
2ः- शहद को 40 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा तापमान पर पकाने से उसके गुणों में नकारात्मक परिवर्तन हो जाते हैं, जिससे इसका स्वाद कड़वा हो जाता है।
3ः- शहद को गर्म करने से उसके शक्तिशाली स्वास्थ्य लाभ भी नष्ट हो जाते हैं।
Dr. (Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
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