हरिद्वार। रंगों का पर्व होली इस बार 17 व 18 मार्च को मनाया जाएगा। होलिका दहन 17 मार्च को होगा व रंग वाली होली 18 मार्च को मनायी जाएगी। होलिका दहन का मुहूर्त सांय 09. 06 से 10.16 तक रहेगा। जिसकी अवधि 01 घण्टा 10 मिनट होगी। वहीं फाग के दिन यानि 18 मार्च को भद्रा पूंछ काल में 09. 06 से 10.16 मिनट तक होगी तथा भद्रा मुख काल में 10.16 से 12. बजकर 13 मिनट तक रहेगी। होली पर ग्रह-नक्षत्रों की बात करें तो इस साल होली पर गजकेसरी, वरिष्ठ और केदार नाम के तीन राजयोग बन रहे हैं। होली पर ग्रहों का ऐसा महासंयोग पहली बार बनने जा रहा है। इन शुभ योगों में होलिका दहन करना शुभ रहेगा।
होलिका दहन गुरुवार को होगा। गुरुवार दिन देवगुरु बृहस्पति को समर्पित माना गया है। इस दिन गुरु ग्रह की दृष्टि का संबंध चंद्रमा से होने से गजकेसरी योग का निर्माण होगा। इसके साथ ही वरिष्ठ व केदार योग भी बनेंगे। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, होलिका दहन पर ये तीन शुभ योग पहली बार बनने जा रहे हैं। होलिका दहन पर ग्रहों की स्थिति से शत्रुओं पर विजय व रोगों से मुक्ति मिलेगी। 14 मार्च से वसंत ऋतु शुरू हो गई है। इस ऋतु के स्वामी शुक्रदेव माने गए हैं। शुक्र के आधिपत्य वाल नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी में होलिका दहन होगा। शुक्रदेव को सुख-सुविधा, धन, समृद्धि, हर्ष व ऐश्वर्य का कारक माना जाता है। फाल्गुन मास के स्वामी शनिदेव हैं। शुक्र व शनि के बीच मित्रता का भाव है। ये दोनों ग्रह मकर राशि में युति बनाएंगे। ग्रहों की इस युति का जनमानस के जीवन पर शुभ प्रभाव पड़ेगा।

होलीः इस बार बन रहे तीन विशेष योग, जानिए होलिका दहन का शुभ मुहुर्त


