हरिद्वार। हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम रुड़की आवास विकास कालोनी स्थित एक निजी अस्पताल में डॉक्टर के द्वारा भ्रुण जांच करने के मामले में एक बार फिर से रुड़की पहुंची है। इस दौरान मामले की जांच करने पहुंची टीम ने कई घंटे तक अस्पताल के दस्तावेज खंगाले। अब इस मामले में कई सवाल उठने लगे हैं।
दरअसल, दो दिन पहले हरियाणा की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आवास विकास स्थित एक निजी अस्पताल पर छापा मारा था। इस दौरान एक गर्भवती महिला के गर्भ में पल रहे भ्रुण का लिंग परीक्षण करते डॉक्टर को रंगे हाथों पकड़ा गया था। स्वस्थ्य विभाग की टीम ने अल्ट्रासाउंड की मशीन को अपने कब्जे में ले लिया था और मौके से डॉक्टर और दो दलालों को हिरासत में ले लिया था, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम तीनों से पूछताछ करने के लिए अपने साथ ले गई थी। वहीं, हरियाणा के भिवानी सिविल लाइन थाने में तीनों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया था। आज हरियाणा से स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने फिर से अस्पताल पहुंच कर दस्तावेजों की जांच करनी शुरू कर दी, जिस पर अब कई सवाल उठने लगे हैं। दो दिन पहले जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पताल में छापा मारा था, उस दौरान अस्पताल को सील नहीं किया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम अब दो दिन बाद एक बार फिर से दस्तावेजों की जांच के लिए पहुंची है। ऐसे में जाहिर है कि अस्पताल के कर्मचारियों ने टीम के आने से पहले ही सभी दस्तावेज हटा दिए होंगे। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इस बात से साफ इनकार किया है।