ऐसा फूल जो करता है साइटिका का सफल इलाज, जानिए क्या

एक पैर मे पंजे से लेकर कमर तक दर्द होना साइटिका या रिंगण बाय कहलाता है। प्रायः पैर के पंजे से लेकर कूल्हे तक दर्द होता है जो लगातार होता रहता है। मुख्य लक्षण यह है कि दर्द केवल एक पैर में होता है। दर्द इतना अधिक होता है कि रोगी सो भी नहीं पाता।


पारिजात एक पुष्प देने वाला वृक्ष है। इसे परिजात, हरसिंगार, शेफाली, शिउली आदि नामों से भी जाना जाता है। इसका वृक्ष 10 से 15 फीट ऊँचा होता है। पारिजात पर सुन्दर व सुगन्धित फूल लगते हैं। इसकी सबसे बड़ी पहचान है सफेद फूल और केसरिया डंडी होती है। इसके फूल रात में खिलते हैं और सुबह सब झड़ जाते हैं।


हरसिंगार के 10-15 कोमल पत्ते जो कटे फटे न हों, तोड़ लाएँ। पत्ते को धोकर थोड़ा सा कूट लें या पीस लें। बहुत अधिक बारीक पीसने की जरूरत नहीं है। लगभग 200-300 ग्राम पानी (2 कप) मंे धीमी आंच पर उबालें। तेज आग पर मत पकाइए। चाय की तरह पकाएं। अब चाय की ही तरह छान कर गरम-गरम पानी (काढ़ा) पी लें। पहली बार में ही 10 प्रतिशतः फायदा होगा। प्रतिदिन 2 बार पिएँ। इस हरसिंगार के पत्तों के काढ़े से 15 मिनट पहले और 1 घंटा बाद तक ठंडा पानी न पिएँ। दही, लस्सी, आचार जैसी खटाई न खाएं तो देर किस बात की अपने घर, खेत पर आप भी लगाएं, हरसिंगार और पाएं साइटिका का का घर बैठे इलाज।

Dr.(Vaid) Deepak Kumar
Adarsh Ayurvedic Pharmacy
Kankhal Hardwar aapdeepak.hdr@gmail.com
9897902760

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