हरिद्वार। यूपी के मोदीनगर की रहने वाली आशा अपने दिव्यांग पति के स्वस्थ होने की मनौती लेकर उन्हें कांधे पर उठाकर कांवड़ लेने पहुंची हैं। आशा और सचिन के साथ उनके दो बच्चे भी इस यात्रा में शामिल हैं।
आशा दिव्यांग पति सचिन को कंधों पर बिठाकर कांवड़ के साथ 170 किलोमीटर का लंबा सफर तय करने का संकल्प लेकर हरिद्वार पहुंची हैं। आशा ने बताया कि पहले उन्होंने हरकी पैड़ी से गंगाजल भरा, जिसके बाद उनके पति सचिन ने दक्षेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन करने व जल चढ़ाने की इच्छा जाहिर की।
जिसके बाद वे दक्षेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे और दर्शन व पूजन किए। यहीं से उनकी कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है। आशा ने आगे बताया कि उसकी शादी 10 साल पहले सचिन से हुई, दोनों का जीवन खुशी से बीत रहा था। लेकिन एक साल पहले उनके पति की कोई नस दबने के कारण सचिन दिव्यांग हो गया, लेकिन आशा ने हार नहीं मानी और पति और बच्चों का ध्यान रखने लगी। आशा ने बताया कि सचिन दिव्यांग होने से पहल हर साल कांवड़ यात्रा पर आया करते थे। इसलिए मैंने उन्हें कांवड़ यात्रा कराने की सोची और भगवान भोलेनाथ से पति के स्वस्थ होने की कामना की।
आशा के पति सचिन ने कहा कि भगवान किस्मत वालों को ही ऐसी पत्नी देता है। मैंने कुछ अच्छे कर्म किए होंगे, तभी जाकर मुझे ऐसी पत्नी मिली है, जो मुझे और बच्चों को भी संभाल रही है। मैं हर साल कांवड़ यात्रा किया करता था, पिछले साल अचानक नस दबने से मेरा चलना-फिरना मुश्किल हो गया। जिसके बाद मेरी पत्नी ने इस साल मुझे कांवड़ यात्रा कराई है। मैं भगवान भोलेनाथ से कामना करना हूं कि वो मेरे परिवार को पहले की तरह सुख-समृद्धि दें।