जेल में सजा काट रहे एक महिला समेत 23 कैदियों की जांच रिपोर्ट में H.I.V पॉजिटिव (एड्स) की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्ट सहारनपुर यूपी जेल प्रशासन और शासन को भेजी है। जिला कारागार में बंद बड़ी संख्या में कैदियों की जांच रिपोर्ट H.I.V पॉजिटिव आने पर जेल में हड़कंप मच गया है। एड्स संक्रमण स्रोत का पता लगाने के लिए जेल प्रशासन एचआईवी पॉजिटिव कैदियों की हिस्ट्री खंगाल रहा है। जेल प्रशासन ने एड्स नियंत्रण सोसाइटी और एंटी रेट्रो वायल थैरेपी सेंटर को पत्र भेजा है, ताकि समय रहते एड्स संक्रमित कैदियों का इलाज किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक H.I.V पॉजिटिव कैदी नशे के आदि हैं। ज्यादातर कैदी बेहट, गंगोह, नकुड़, देवबंद इलाकों के रहने वाले हैं।
बता दें कि, सहारनपुर जिला कारागार में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 से 21 जून तक जांच शिविर लगाया गया था। जांच शिविर में न सिर्फ कैदियों के स्वास्थ्य की जांच कर दवाइयां दी गई। बल्कि 2200 कैदियों के खून के नमूने भी लिए गए थे। सहारनपुर की जिला कारागार में 9 बैरक हैं। जहां कुल 523 कैदियों की क्षमता है। बावजूद इसके 2200 से ज्यादा कैदी इन बैरकों में रखे गये हैं। जांच शिविर के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिन कैदियों में टीबी के लक्षण दिखाई दिए। उन सबकी H.I.V जांच भी कराई गई है। जांच रिपोर्ट के आने बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। जिला कारागार में बंद एक महिला और 22 पुरुष कैदियों की रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव आई। हालांकि, जेल में सजा काट रहे 5 कैदियों का एड्स का इलाज पहले से ही चल रहा है।
जेल अधीक्षक अनीता दुबे के मुताबिक जेल में केवल 6 नए कैदियों में ही एड्स संक्रमण पाया गया है। उनका कहना है कि जेल में सजा काट रहे जितने भी कैदियों में एड्स की पुष्टि हुई है, वे सब नशे के आदि हैं। सभी नशे के मामले में ही गिरफ्तार होकर जेल आये हैं।
नोडल अधिकारी डॉ. रणधीर सिंह ने बताया कि सहारनपुर जिला कारागार में 5 महीने में दो बार कैदियों की जांच के लिए शिविर लगाया था। कैदियों में टीबी को देखते हुए H.I.V की जांच भी कराई थी। जांच रिपोर्ट में 23 कैदियों में एचआईवी की पुष्टि हुई है। H.I.V पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट जेल प्रशासन और शासन को भेजी गई है।