सरकारी स्कूल के शिक्षक पर एक युवती से दुष्कर्म करने का आरोप लगा है। मामले में पीडि़ता के भाई ने देहरादून के चकराता थाना पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि इस घटना से क्षुब्ध होकर पीडि़ता ने खौफनाक कदम भी उठाया, लेकिन समय रहते अस्पताल पहुंचाने पर उसकी जान बच पाई।
दरअसल, बीती 13 अप्रैल को पीडि़ता के भाई ने चकराता थाने में तहरीर दी। जिसमें उन्होंने बताया है कि उनके गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षक तैनात है। बीती 9 अप्रैल को शिक्षक ने उसे फोन कर अपने बगीचे में पेड़ों की निराई और तौलिए आदि बनाने के लिए आने को कहा।
जिस पर उसने 10 अप्रैल की सुबह अपनी बहन को काम के लिए शिक्षक के बगीचे में भेज दिया। जहां दोपहर के समय शिक्षक ने उसकी बहन को काम से थकान होने पर पेड़ की छांव में बैठने को कहा। आरोप है कि कुछ समय बाद शिक्षक ने उसके साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। साथ ही ये भी आरोप लगाया कि जोर जबरदस्ती कर उसके साथ दुष्कर्म भी किया।
आरोप है कि शिक्षक ने किसी को बताने पर पीडि़ता और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद पीडि़ता घर पहुंची और शिक्षक की करतूत को परिवार को बताया। जिसे सुन परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई। बताया जा रहा है कि पीडि़ता की सगाई होने वाली थी। ऐसे में सदमे में आकर उसने खौफनाक कदम उठा लिया। जिसके बाद उसे आनन-फानन में राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल देहरादून ले जाया गया। जहां उसका उपचार किया गया और 12 अप्रैल को छुट्टी दे दी गई। पीडि़ता के भाई का आरोप है कि इस घटना के बाद से पीडि़त परिवार पर समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पीडि़ता का परिवार शिक्षक के पास अक्सर दिहाड़ी आदि करने जाता था।
चकराता थानाध्यक्ष चंद्रशेखर नौटियाल ने बताया कि मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम दबिश दे रही है। पीडि़ता का मेडिकल करवाया जा रहा है। साथ ही पूरे मामले की बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है।