विनोद धीमान
हरिद्वार। बहादराबाद ब्लॉक की 80 ग्राम पंचायत में से शाहपुर शीतला खेड़ा ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम पंचायत चुना गया है। ग्राम पंचायत में साफ सफाई,बच्चों के खेल के मैदान से लेकर पंचायत का सौंदर्यकरण आदि विकास कार्यों को ग्राम प्रधान द्वारा किया जा रहा है।
उत्तराखंड राज्य में 37 आदेश ग्राम पंचायत है जिनमें से शाहपुर ग्राम पंचायत एक है भारत सरकार द्वारा इन ग्राम पंचायत को विकसित ग्राम पंचायत बनाने का लक्ष्य रखा हुआ है। सरकार द्वारा इन ग्राम पंचायत में वहां के लोगों को सम्मानजनक जीवन बीतने के लिए सभी जरूरी सुविधाएं दी जा रही है, ताकि वहां के लोग अपनी क्षमता का पूरा इस्तेमाल कर सके, जिसको देखते हुए उरेडा और पिरामल फाऊंडेशन द्वारा एक खली बैठक का आयोजन किया, जिसमें प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना की जानकारी दी गई।
उरेडा विभाग के जेई शिल्पी ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि हर घर सोर ऊर्जा के द्वारा बिजली का संचालन किया जाएगा, जिसमें सरकार द्वारा अलग-अलग मानको पर छूट दी जा रही है जिसमें 3 किलोवाट के कनेक्शन पर 178000 तक की छूट दी जा रही है। उपभोक्ता जितना बिजली का इस्तेमाल अपने कार्य के लिए कर सकता है बाकी बिजली सरकार को भी भेज सकता है।
उन्होंने बताया यह योजना उत्तराखंड राज्य सहित भारत के कई राज्यों में चलाई जा रही है प्रत्येक ग्रामीण को यह सौर ऊर्जा पैनल लगाकर अपनी ग्राम पंचायत को विकसित बनाने का कार्य करना चाहिए। वहीं इसी दौरान शाहपुर ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान दीपक सैनी व ग्राम विकास अधिकारी अजय चौहान ने बताया कि बहादराबाद की 80 आदर्श ग्राम पंचायत में शाहपुर ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम पंचायत चुना गया है, जिसमें सरकार द्वारा सारी सुविधा दी जाएगी।
प्रधानमंत्री द्वारा चलाई जा रही योजना में से सौर ऊर्जा योजना जिनमें से एक है। सभी को ग्राम पंचायत को विकसित बनाने में अपना योगदान करना चाहिए। जिससे ग्राम पंचायत को उत्तराखंड की नंबर एक पंचायत बनने का मौका मिल सके।
ग्राम प्रधान दीपक सैनी ने बताया कि आदर्श ग्राम पंचायत बनने से ग्राम पंचायत का चहुंमुखी विकास होगा। हर घर सौर ऊर्जा के पैनल लगेंगे यहां तक की भारत सरकार द्वारा सारी सुख सुविधा आप लोगों को दी जाएगी।
इस मौके पर ग्राम प्रधान दीपक सैनी पंचायत सचिव अजय चौहान पिरामिड फाउंडेशन के अधिकारी अमित कुमार,उरेड़ा विभाग से जई शिल्पी, सिचाई विभाग के जई आसिफ, विनोद सैनी, सरदार रोहिताश सिंह और अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।