विनोद धीमान
हरिद्वार। कोतवाली क्षेत्र के टांडामहतोली गांव में मकान के अंदर बने टांड पर रखे उफले और लकड़ी में उस समय आग लगई जब मकान मालिक ने लकड़ियों में लगी मधुमक्खी को आग के धुंए से भगाने का प्रयास कर रहा था। आग लगने की सूचना से हड़कंप मच गया, जिसकी सूचना अग्निशमन विभाग को दी। मामले की सूचना पा कर लक्सर अग्निशमन अधिकारी कृपाराम शर्मा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाया।
महतोली गांव निवासी विरेंद्र के मकान के अंदर गोबर के उपले और लकड़ियां रखी हुई है। जिसमें मधुमक्खियां ने अपना छत्ता बना रखा है। गर्मी बढ़ते ही मधुमक्खियां उड़ने लगती है, और मधुमक्खी के काटने का भय बना रहता है। मकान मालिक विरेंद्र ने बताया कि सोमवार दोपहर करीब 12 बजे कमरे के अंदर लकड़ी और उपलों में लगी मधुमक्खी के छत्ते से मधुमक्खी को भगाने के लिए लकड़ी की मशाल में आग लगाकर लकड़ियों और उपलों के पास रख दी। जिससे मधुमक्खी अपने छाते से भाग जाएं।
इसी दौरान अचानक मसाल से वहां पर रखी लकड़ियों और उफलों में आग लग गई। मकान के अंदर आग लगी देख मकान मालिक विरेंद्र ने शोर मचा दिया। शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे। इस दौरान किसी ग्रामीण ने मामले की सूचना अग्निशमन अधिकारी को दी। मामले की सूचना पर अग्निशमन की टीम मौके पर पहुंची और पानी डालकर किसी तरह आग पर काबू पाया।
इस दौरान कमरे के अंदर रखें उपले और लकड़ियां जल गई, इसके अलावा और नुकसान होने से पहले ही आग पर काबू पा लिया गया। अग्निशमन प्रभारी लक्सर कृपाराम शर्मा ने बताया कि महतोली गांव में मकान के अंदर आग लगने की सूचना पर टीम के साथ मौके पर पहुंचकर कमरे के अंदर लगी आग को बुझाया गया है। इस दौरान उपले और लकड़ी के अलावा कोई हानि नहीं हुई है।
इस दौरान अग्निशमन अधिकारी कृपाराम शर्मा चालक संजय कुमार, निर्मल कुमार, प्रकाश मनोरी, संदीप रावत, प्रदीप, दीपक कर्मचारी मौजूद रहे।