हरिद्वार। हाल ही में संपन्न हुए पंचायत चुनाव के बाद कई विजयी प्रत्याशियों को लेकर उनके प्रतिद्वंदियों द्वारा उन पर गंभीर आरोप लगाये गये। साथ ही उनके शैक्षिक प्रमाण-पत्रों पर सवाल खड़े किए।
आज इसी कड़ी में भंगेड़ी महावतपुर जिला पंचायत सीट पर निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य खुर्शीदा पत्नी शहजाद की मुश्किलें भी बढ़ने लगी हैं। सूचना के अधिकार अधिनियम में खुर्शीदा की शैक्षिक योग्यता के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। भंगेड़ी गांव के पूर्व प्रधान अब्दुल गफ्फार और उनके बेटे मोहम्मद अनस ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि जिला पंचायत सदस्य खुर्शीदा पत्नी शहजाद के शैक्षिक योग्यता के प्रमाण पत्रों की जानकारी सूचना के अधिकार अधिनियम में मांगी गई थी, जिसमें खुर्शीदा के सभी शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी बताए गए हैं। जिन स्कूलों से खुर्शीदा को उत्तीर्ण दर्शाया गया है, उन स्कूलों ने भी इसकी पुष्टि कर दी है।
उन्होंने कहा कि खुर्शीदा के सभी प्रमाण पत्र फर्जी हैं, जिनकी जांच होनी चाहिए। गफ्फार ने कहा कि शासन व प्रशासन को मामले की गंभीरता देखते हुए तत्काल जिला पंचायत सदस्य की सदस्यता निरस्त करनी चाहिए। उन्होंने खुर्शीदा और उनके पति शहजाद पर आरोप लगाते हुए कहा कि खुर्शीदा ने झूठे और गलत तथ्य पेश कर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीता है। जनता को गुमराह किया गया कि वह शिक्षित हैं, लेकिन हकीकत अब जनता के सामने आ चुकी है। प्रशासन को तत्काल इसमें कार्यवाही करनी चाहिए।
गफ्फार ने यह भी कहा कि कुछ दिन बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से जल्द से जल्द जिला पंचायत सदस्य खुर्शीदा की सदस्यता खत्म करने की मांग की।