बैरागी कैंप में शीघ्र प्लाट आबंटन की प्रक्रिया शुरू करे मेला प्रशासनः हठयोगी

बैरागी कैंप में अखाड़ा परिषद की बैठक होने पर ही होगी मान्यः अयोध्याचार्य
हरिद्वार।
बैरागी कैंप में सदियों से बैरागी अखाड़ों की छावनियां लगती आयीं हैं। यह बैरागियों का मौलिक अधिकार भी है। प्रशासन बैरागी कैंप में बैरागी संतों को प्लाट आबंटन कर उनकी छावनियां लगाने का मार्ग प्रशस्त करे।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए बाबा बलराम दास हठयोगी ने कहाकि सभी अखाड़ों के यहां अपने स्थान हैं। जिसमें उनकी कुंभ की तैयारियां चल रही है। जबकि बैरागी संत सदियों से बैरागी कैंप में अपने डेरे लगाते आए हैं। उन्होंने कहाकि बैरागियों के अतिरिक्त अन्य अखाड़ों की छावनियों में निर्माण कार्य हो रहे हैं। भले ही टैंट न लगाए जा रहे हों, किन्तु टीन शेड लगाए जा रहे हंैं। ऐसे मंे बैरागी संतों के लिए प्रशासन को बैरागी कैंप में प्लाट आबंटन शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहाकि प्रयागराज में 27 फरवरी को माघ मेले का समापन हो जाएगा। उसके बाद बैरागी संत यहां अपने डेरे लगाएंगे, किन्तु प्लाट आबंटन न होने से उनके डेरे कहां लगेंगे। बाबा हठयोगी ने कहाकि बैरागियों के 3 अखाड़े और 27 खालसे हैं। ऐसे में प्रशासन को प्लाट आबंटन कर बैरागी संतों के डेरे लगवाने के लिए व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद पर भी बैरागी संतों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। वहीं रामानंदाचार्य स्वामी अयोध्याचार्य महाराज ने कहाकि वे अखाड़ा परिषद का वहिष्कार कर चुके हैं। यदि अखाड़ा परिषद की बैठक बैरागी कैंप में होती है तो वे शामिल होंगे। यदि किसी अन्य अखाड़े में बैठक का आयोजन किया गया तो वह मान्य नहीं होगी। उन्होंने मेला प्रशासन ने बैरागी संतों के लिए बैरागी कैंप में शीघ्र प्लाट आबंटन की प्रक्रिया शुरू करने की मांेग की।

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