हरिद्वार। बहादराबाद बौंगला निवासी डेरी चलाने वाले नफीस राणा के पुत्र हशीब राणा ने सड़क पर गिरे पैसों से भरे पर्स को उसके मालिक को ढूंढ कर लौटा दिया। आज के समय में ईमानदार लोगों का मिलना बहुत मुश्किल है। युवक हशीब राणा ने ईमानदारी की मिसाल कायम की है।
शिवालिक नगर निवासी कुशल वशिष्ठ ने बताया कि वह दिल्ली यूनिवर्सिटी का छात्र है और दीपावली की छुट्टियों में अपने घर आया हुआ था। दीपावली की पूर्व शाम बहादराबाद में अपने परिचित से मिलने गया था तो अचानक उनका पर्स सड़क पर गिर गया और उन्हें इसका पता नहीं चला। पर्स में नगद रुपए के अतिरिक्त कई जरूरी दस्तावेज भी थे।
सड़क पर गिरा पर्स वहां से गुजरते हुए युवक हशीब राणा को मिला। पर्स में कोई मोबाइल नंबर न होने के कारण दस्तावेजों पर दर्ज पते को काफी ढूंढते हुए पर्स के मालिक के घर तक पहुंचे। पर्स मिलने की उम्मीद छोड़ चुके कुशल वशिष्ठ को हशीब राणा ने पर्स दिया। इस पर परिजनों ने हशीब राणा को धन्यवाद दिया। हबीब राणा द्वारा दिखाई गई इस ईमानदारी की मिसाल की इलाके भर में चर्चा है।