हरिद्वार। वर्ष 2024 में लोकसभा के चुनाव होने हैं। ऐसे में अभी से चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। साथ ही चुनाव लड़ने के दावेदार भी मैदान में दिखायी देने लगे हैं।
बात यदि हरिद्वार की करें तो यहां भाजपा के अलावा अन्य दलों की तैयारियां कहीं दिखायी नहीं दे रही हैं। भाजपा नेता भी चुनाव को लेकर अभी से कमर कस चुके हैं और टिकट पाने की अप्रत्यक्ष रूप से दावेदारी ठोक रहे हैं।
हरिद्वार की राजनीति में विगत दिनों से संतों ने अपने बयान से भूचाल ला दिया। संतों ने कहाकि हरिद्वार धर्मनगरी के साथ संत बाहुल्यनगरी है। ऐसे में यहां की स्थिति को देखते हुए किसी संत को भाजपा को अपना प्रत्याशी बनाना चाहिए। संतों के इस बयान से नेताओं में खलबली मचना स्वाभाविक था। इसके साथ ही संतों के कई नाम सामने आए। जिनमें महामण्डलेश्वर स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश, पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, महामण्डलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद के अलावा भी अन्य नाम चर्चा में आए थे, किन्तु अन्यों ंने चुनावी दंगल से अपना पल्ला झाड़ लिया। इसके अलावा वर्तमान सांसद डा. रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक मदन कौशिक भी टिकट पाने की लाईन में हैं। वहीं एक और नाम सामने आया है, वह है लक्सर विधानसभा से पूर्व विधायक संजय गुप्ता का। संजय गुप्ता इन दिनों हरिद्वार क्षेत्र में खासे सक्रिय हैं और सामाजिक व राजनैतिक गतिविधियों में भी उनकी खासी सहभागिता बढ़ी है।
इसके साथ ही दो वर्षों से गरीबों को सर्दी में गर्म वस्त्र, बच्चांे को ड्रेस, स्कूल बैग, कापी-किताबें व अन्य जरूरत का सामान समय-समय पर बांटते हुए उन्हें देखा जा सकता है। उनके घर पर भी फरियादियों का जमघट देखा जा सकता है। संतों के बीच भी उनकी खासी पैठ है। इसके अलावा जनता के बीच से भी उन्हेें हरिद्वार से सांसद बनाने की मांग उठने लगी है।
बड़ी बात यह कि यदि संजुय गुप्ता को टिकट मिलने की बात आती है तो संतनगरी से संत के लिए टिकट मांगने वाला संत समाज भी उनका विरोध नहीं कर पाएगा, जो संजय गुप्ता के लिए टिकट पाने की राह को आसान करेगा। बहरहाल अभी चुनाव में काफी समय शेष है। टिकट किसको मिलता है और जीत का ताज किसके सिर पर बंधता है यह समय के गर्भ में है।