प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार पर शराब पीकर स्कूल संचालित करने का आरोप है। प्रदीप की शराब पीने की लत से बच्चे और उनके अभिभावक काफी परेशान हैं। अभिभावकों का कहना है कि स्कूल अवधि में शराब के नशे में धुत होकर प्रधानाचार्य बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। प्रदीप कुमार श्रीनगर के विकासखंड थलीसैंण के प्राथमिक विद्यालय कुणेथ में कार्यरत हैं।
बता दें कि प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार साल 2008 से इस स्कूल में नियुक्त हैं, लेकिन इनकी शराब की लत से परेशान होकर कई अभिवावकों ने अपने बच्चों का नाम स्कूल से कटवा लिया है और अब स्कूल में सिर्फ 47 छात्र रह गये हैं। आरोपी प्रधानाचार्य पूर्व में स्कूल में ही निवास करता था, लेकिन शराब पीकर ग्रामीणों के साथ हंगामा करने पर साल 2018 में ग्रामीणों ने उसे स्कूल में नहीं रहने दिया। तब से स्कूल सहायक अध्यापक विनोद चौहान की देखरेख में चल रहा है। ग्राम प्रधान मनवर सिंह ने मामले की शिकायत ब्लॉक शिक्षा अधिकारी थलीसैंण और पौड़ी के मुख्य शिक्षा अधिकारी से भी की, लेकिन दोनों की ओर से प्रधानाचार्य पर अभी तक कोई भी अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं हुई है। जिससे ग्रामीण अपने बच्चों के भविष्य को लेकर बेहद चिंतित और आशंकित हैं।


शराबी शिक्षक से छात्र और अभिभावक परेशान, शिक्षा विभाग से लगाई गुहार
