जानिए डेंगू बुखार से बचाव के उपाय

बकरी के दूध में इतनी क्षमता होती है कि यह आपके रक्त की प्लेटलेट्स को बढ़ा सकती है।
डेंगू एक भयंकर बीमारी है। इस बुखार में हमारे खून के प्लेटलेट्स बहुत तेजी से नीचे गिरते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप मृत्यु भी हो सकती है। इस बीमारी में हम खूब मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए, अधिक तरल पदार्थ लेने से प्लेटलेट्स मेन्टेन रखने में मदद मिलती है।
नारियल पानी पीने से भी खून की प्लेटलेट्स में इम्प्रूवमेंट होती है।
पपीते का सेवन करने से भी रक्त प्लेटलेट्स में बढ़ोतरी होती है।
पेट का फूल जाना, वात रोग, भूख ना लगना, मूत्र में जलन, स्त्रियों के मासिक धर्म में अनियमित , मूत्र का रुक-रुक कर आना आदि सभी बीमारियों में घृतकुमारी का खाने में प्रयोग करना चाहिए। इसके लगातार प्रयोग करने से ये सभी बीमारियाँ ठीक हो जाती है।

प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए उपाय
तुलसी, घृतकुमारी, पपीते के पत्तों का रस एवं महासुदर्शन चूर्ण घनसत्व द्वारा निर्मित हमारी फार्मेसी द्वारा डी प्रो वटी डेंगू में बहुत अच्छा रिजल्ट देती है। प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ती हैं और डेंगू का असर, बुखार का असर धीरे-धीरे खत्म करती है।

घृतकुमारी कं गुदा को रोजाना खाने में प्रयोग करने से प्लेटलेट्स बढती हैं और साथ ही साथ पेट की सारी परेशानियाँ दूर हो जाती है।
रोजाना सुबह के समय खाली पेट घृतकुमारी का गुदा 20 से 25 ग्राम की मात्रा में खाए, इसके अतिरिक्त इसका जूस भी बनाकर पी सकते हैं। इस प्रयोग से प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ जाती है।


पपीते के पेड़ के 3 पत्तों को तोडकर उसका रस निकालकर रोजाना सुबह और शाम पीने से प्लेटलेट्स की कमी दूर हो जाती है।
गिलोय का जूस ब्लड में प्लेटलेट को बढ़ाने में काफी मददगार होता है। डेंगू के दौरान नियमित रूप से इसके सेवन से ब्लड प्लेट्स बढ़ने लगती हैं और आपकी प्रतिरोधी क्षमता मजबूत होती है। दो चुटकी गिलोय के सत्व को एक चम्मच शहद के साथ दिन में दो बार लें या फिर गिलोय की डंडी को रात भर पानी में भिगो कर सुबह उसका छना हुआ पानी पी लें। इससे ब्लड में प्लेटलेट बढ़ने लगते हैं।


प्लेटलेट को बढ़ाने के लिए आंवला लोकप्रिय आयुर्वेदिक उपचार है। आंवला में मौजूद भरपूर मात्रा में विटामिन सी प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है। नियमित रूप से सुबह के समय खाली पेट 3-4 आंवला खाये। यह आप दो चम्घ्मच आंवले के जूस में शहद मिलाकर भी ले सकते हैं।

Dr.(Vaid) Deepak Kumar

Adarsh Ayurvedic Pharmacy

Kankhal Hardwar aapdeepak.hdr@gmail.com

9897902760

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