24 मार्च 2021 में रणजीत उर्फ लड्डू की हत्या का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी जीजा और साले हैं। रुद्रपुर कोतवाली पुलिस नेदोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया है।
भूरारानी निवासी बिंदू देवी ने 24 मार्च, 2021 को घर से 16 वर्षीय बेटे रणजीत सिंह उर्फ लड्डू के लापता होने के बाद 28 मार्च को कोतवाली पुलिस को गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। 29 मार्च को खटीमा के जंगलों में लड्डू का शव लड़की की वेशभूषा में पुलिस ने बरामद किया था। शव की शिनाख्त नहीं हो पाई। करीब 72 घंटे बाद पुलिस ने शव का दाह संस्कार कर दिया। परिजनों ने शव की शिनाख्त के दौरान बेटा नहीं होने की बात कही थी, जिस पर पुलिस ने मां और पिता सहित मृतक के डीएनए सैंपल लेकर जांच को भेज दिए थे। फरवरी 2022 में डीएनए की रिपोर्ट आने के बाद डीएनए से मृतक उनका ही पुत्र होने की पुष्टि हो गई। इस पर पुलिस-एसओजी ने हत्या की दिशा में जांच शुरू कर दी थी। सर्विलांस के माध्यम से पुलिस ने रुस्तमपुर रम्पुरा बुजुर्ग खजुरिया रामपुर यूपी निवासी गुरजंत सिंह नाम के एक युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की। उसने समलैंगिक युवक की हत्या किए जाने की पुष्टि कर दी।
आरोपी युवक का कहना है कि लड्डू ने फोन कॉल के माध्यम से लड़की बनकर उसे धोखा दिया था। 24 मार्च को लापता होने वाले दिन ही उससे शादी कर ली थी। सुहागरात के दिन पता चला कि वह लड़की नहीं, लड़का है। इसके बाद उसने अपने जीजा मझौला थाना न्यूरिया पीलीभीत निवासी साहब सिंह उर्फ सब्बी के साथ मिलकर ताकिये से मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव बाइक पर रखकर खटीमा के जंगल में फेंक दिया था। पुलिस-एसओजी ने हत्या के आरोप में गुरजंत सिंह और साहब सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

लड़की समझकर की शादी वो निकला समलैंगिक, सुहागरात पर खुला राज तो कर दी हत्या


