विधायक सुरेश राठौर के नेतृत्व में सीएम से मिले व्यापारी
हरिद्वार। प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज हरिद्वार पहुंचकर सबसे पहले मेला हॉस्पिटल का निरीक्षण किया तथा मरीजों का हालचाल जाना। मेला अस्पताल के निरीक्षण के बाद सीएम बाबा बर्फानी कोविड हॉस्पिटल पहुंचे। वहां पर उन्होंने हॉस्पिटल की व्यवस्थाएं देखी और कोविड के मरीजंों का हालचाल जाना। चिकित्सालयो का निरीक्षण करने के मेला नियंत्रण भवन पहंुचकर श्री रावत ने हरिद्वार में कई योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया तथा जिले के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश का कोरोना पॉजिटिव का ग्राफ गिरा है। जिससे साफ है कि प्रदेश में लागू किया गया पुराना कर्फ्यू का असर होता दिख रहा है। उन्होंने कहाकि जिलाधिकारियों से आख्या मांगी जा रही है जिसके आधार पर बाजार को खोले जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहाकि यहां आकर उन्होंने जाना कि डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, अनन्या हॉस्पिटल का स्टाफ किस लगन से मरीजों की सेवा कर रहा है। मरीजों को समय पर दवाइयां और भोजन मिल रहा है। उन्होंने कहाकि जैसी उम्मीद जतायी जा रही है कि तीसरी लहर भी आ सकती है, इसको लेकर प्रदेश सरकार पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहाकि ना केवल शहरों में बल्कि गांव-गांव तक लोगों को इलाज पहुंचाने के लिए सरकार पूर्ण तरह से तत्पर है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में चार धाम यात्रा खोले जाने के संबंध में कहा कि हालांकि प्रदेश के कोरोना पॉजिटिव की संख्या में कमी आई है, लेकिन बाहर से आने वाले यात्रियों की स्थिति को देखकर ही कुछ फैसला लिया जाएगा।
वहीं ज्वालापुर विधायक सुरेश राठौर ने प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल की ओर से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल से भेंट कर लाॅकडाउन में व्यापारियों को हुए नुकसान एवं अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए वार्ता की। प्रांतीय व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिला अध्यक्ष सुरेश गुलाटी व महामंत्री संजीव नैय्यर ने बताया कि वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने कोविड काल में सहयोग के लिए व्यापारियों को धन्यवाद दिया तथा व्यापारियों की समस्याओं के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए जल्द ही हरिद्वार जिले को विशेष छूट के साथ दुकानें खोलने एवं समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। सुरेश गुलाटी व संजीव नैय्यर ने कहा कि कोरोना की शुरूआत होने पर पिछले वर्ष से ही व्यापारी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। हरिद्वार का पूरा व्यापार धार्मिक पर्यटन पर आधारित है। लेकिन कोविड के चलते पिछले वर्ष चारधाम यात्रा व कांवड़ यात्रा स्थगित कर दी गयी। जिससे व्यापारियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अब कोरोना की दूसरी लहर में लगातार दूसरे वर्ष लाॅकडाउन और चारधाम यात्रा स्थगित होने से व्यापारियों को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण की दर में गिरावट आ रही है। इसलिए सरकार को सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए व्यापारियों को दुकानें खोलने की अनुमति देनी चाहिए। प्रतिनिधि मंडल में जिला उपाध्यक्ष विपिन शर्मा, शहर संयोजक राजेश पुरी, शहर महामंत्री प्रदीप कालरा शामिल रहे।