शिक्षित होने के साथ संस्कारवान बनेः चिरंजीवी

हरिद्वार। वर्तमान में बच्चों का शिक्षित होना जितना आवश्यक है उससे कहीं अधिक संस्कारित बनना है। राष्ट्रीय स्वयं संघ के विभाग प्रचारक चिरंजीवी भारत विकास परिषद की पंचपुरी शाखा की ओर से आयोजित गुरु वंदन-छात्र अभिनन्दन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उक्त विचार व्यक्त किए।
एक होटल में आयोजित कार्यक्रम में चिरंजीवी ने कहा कि समाज में भारत विकास परिषद पूर्व से ही संपर्क, संस्कार व सहयोग के संकल्प के साथ-साथ प्रेरणादायक कार्य कर रही है। आज बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही नैतिक मूल्यों की शिक्षा देने की जरूरत है। बच्चे संस्कारवान बने इसके लिए वातावरण तैयार करना होगा। हमारी पुरानी शिक्षा पद्धति हमें शिक्षित तो कर रही है, परन्तु युवा पीढ़ी रास्ते से भटक गई है। केंद्र की मोदी सरकार ने जो नई शिक्षा नीति बनाई है वह इस दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। अब शिक्षक हमारी युवा पीढ़ी को संस्कारित बनाने के साथ-साथ समाज के प्रति उनके क्या कर्तव्य है उसका भी बोध उन्हें करायेंगे।


शाखा के समन्वयक डॉ महेंद्र असवाल ने गुरु वंदन-छात्र अभिनन्दन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि परिषद गुरु-शिष्य परम्परा को आगे बढ़ा रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य गुरुजनों को तो सम्मानित करने का है ही साथ ही उनके होनहार शिष्यों को भी उचित मंच देना है। महिला संयोजिका श्रीमती डॉ बबीता पुरोहित ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में शिक्षक की जिम्मेदारी अधिक बढ़ गई है। परिषद के महामंत्री संजीव कुमार लांभा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए गुरु वंदन-छात्र अभिनन्दन के स्लोगन की शपथ दिलाई। इस अवसर पर प्रो. विवेक कुमार गुप्ता, राजेश शर्मा, राजपाल सैनी, परविंदर सैनी को उनके सर्वश्रेष्ठ कार्यों के लिए स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

वहीं छात्र अभिनन्दन के तहत राघव बंसल, डिवाईन लाइट स्कूल, अनमोल राज सैनी व आस्था सैनी सेंट जेपी कान्वेंट पब्लिक स्कूल, गगन धीमान, महारानी लक्ष्मी आईटी आई सुल्तानपुर को सर्वाधिक अंक लाने पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर परिषद के कोषाध्यक्ष लाल सिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित कुमार गुप्ता, संयुक्त सचिव वैभव दत्ता, सह महिला संयोजक श्रीमती सीमा चौहान, जेके मोंगा, बिजेंद्र पंत, निखिल वर्मा, ललित पाण्डेय, राकेश कुमार गर्ग, विमल कुमार गर्ग, अभिनव चौहान, मयंक पोखरियाल, योगेश कुमार व विद्या सागर शर्मा आदि ने सहयोग किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *