गर्दन के आसपास कंधों के मध्य होने वाले रोग को सर्वाइकल स्पॉण्डिलाइटिस कहते हैं। गरदन में दर्द, अकड़न, सिर मंे चक्कर आना, भुजाओं में दर्द होना, सुन्न होना, हाथों की पकड़ कमजोर होना।
आयुर्वेदिक उपाय
गर्दन के आसपास के ऐरिया मंे अँगूठे से दबा कर देखें जहां भी करंट जैसा दर्द हो वहां ईंट या छोटे पत्थर को गैस के ऊपर गर्म कर फिर उस पर पानी का छींटा मारकर सूती कपड़े मंे लपेटकर वहां पर सेक करें।
ईंट या पत्थर छोटे आकार का ही लें। हाथ की मुट्ठी से ज्यादा ना हो। ये एक तरफ से अँगूठे की तरह तीखा हो। जहां सेक करना है वो दबाकर करना है। ऊपर से कोई लाभ नहीं होगा। सेक इसी से होगा पानी, रेत या हिटिंग पैड से नहीं इसके बाद इस पर एलोवेरा और हल्दी का लेप लगाना है। ऊपर रूई लपेट के 2-3 घंटे का इंतजार करें लेप गुनगुना लगायें।
अदरक वाली गर्म चाय:-
अगर आपके गर्दन में तेज दर्द हो तो गर्म चाय में 1 चम्मच अदरक का चंेजम डालकर पियें। इससे तुरंत राहत मिलती है।
बर्फ की सिल्ली:-
अगर गर्दन में दर्द किसी चोंट के कारण हो रहा हो तो उसे बर्फ की सिल्ली तथा गर्म पानी से सेंकना चाहिए।
सबसे पहले चोंट वाले भाग में बर्फ की सिल्ली से 3 से 4 मिनट तक सेंके। उसके बाद गर्म पानी में किसी कपडे को भिंगो कर पुनः उस दर्द वाले भाग को सेंके। लगातार आधे घंटे तक इस प्रक्रिया को करें। रोजाना दिन में दो से तीन बार इस प्रक्रिया को दोहराए।


