विनोद कुमार
हरिद्वार। कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत टीक्कमपुर गांव के शिव मंदिर प्रांगण में गंदगी फेंकने से पूजारी द्वारा रोकने पर वर्ग विशेष के कुछ लोगों ने पुजारी और उसकी पत्नी के साथ जमकर मारपीट की। इतना ही नहीं वर्ग विशेष के कुछ युवकों ने मंदिर से पूजारी और उसकी पत्नी को निकाल दिया है। पुजारी का आरोप है कि वर्ग विशेष के कुछ युवक पुजारी को मन्दिर में पूजा तक नहीं करने देते हैं। पुजारी ने सुल्तानपुर पुलिस चौकी पहुंचकर मारपीट करने वालों के खिलाफ तहरीर देते हुए कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक सुल्तानपुर चौकी क्षेत्र के टीक्कमपुर गांव स्थित शिव मंदिर के पुजारी राज सिंह निवासी सोनीपत हरियाणा पिछले आठ वर्षों से अपनी पत्नी संतो देवी के साथ पूजा-पाठ करते चले आ रहे हैं। पुजारी ने बताया कि मन्दिर के सामने वर्ग विशेष के कुछ लोग रहते हैं। पुजारी का आरोप है कि इन परिवारों के कुछ लड़के मन्दिर परिसर में गंदगी फेंकते रहते हैं और कुछ दिनों से मन्दिर में पूजा अर्चना करने में भी बाधा डालते हैं। अगर उनका विरोध किया जाता है तो गाली-गलौच करते हैं। पुजारी राज सिंह का आरोप है कि गुरुवार को आसपास रहने वाले तीन परिवार के लोग मंदिर प्रांगण में गंदगी कूड़ा करकट डालकर उन्हें परेशान करने लगे। जब उनको मंदिर परिसर में गंदगी डालने से मना किया तो वह लोग एक राय होकर मंदिर में घुस आए और गाली गलौज करते हुए उनके और उसकी पत्नी के साथ जमकर मारपीट की। आरोप है कि मारपीट करने वाले लोगों ने पुजारी को मंदिर में पूजा-अर्चना और आरती करने से भी मना कर दिया।
पुजारी ने बताया कि जब उन्होंने इस बारे में अन्य ग्रामीणों को बताया तो उन लोगों ने पुजारी और उनकी पत्नी का विरोध किया। इनके अलावा पूरे गांव के लोग उनके साथ हैं। पीडि़त पुजारी और उनकी पत्नी संतो देवी ने अन्य ग्रामीणों के साथ मिल कर आरोपियों के विरुद्ध सुल्तानपुर चौकी पुलिस को तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है। जबकि आरोपित पक्ष के लोगों का कहना है कि मंदिर के पुजारी और उसकी पत्नी का व्यवहार ठीक नहीं है। हमारे ऊपर लगाए गए आरोप निराधार हैं।
वहीं सुल्तानपुर पुलिस चौकी प्रभारी लोकपाल परमार का कहना है कि मंदिर के पुजारी और दूसरे पक्ष के लोगों को पुलिस चौकी में बुलाया गया था। मामले की जानकारी कर दोनों पक्षों का आपस में समझौता करा दिया गया है। वहीं ग्राम प्रधान डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों में समझौता कर दिया गया है और मंदिर के पुजारी को सख्त हिदायत दी गई है कि वह अपनी पत्नी को मंदिर पर ना रखकर किसी अन्य जगह पर कमरा लेकर रहे और मंदिर में समय पर पूजा-अर्चना करते रहंे।