सुयोग्य शिष्य को गद्दी सौंपने की मुक्तानंद से की अपील
नृसिंह मंदिर जैतपुर राजकोट गुजरात के श्रीमहंत ब्रह्मचारी आत्मानंद महाराज ने अग्नि अखाड़े के सभापति श्रीमहंत मुक्तानंद महाराज से दंभ को त्यागकर किसी सुयोग्य शिष्य को गद्दी सौंपने की अपील की है।
गौरक्षनाथ आश्रम भावनगर जूनागढ़ में चल रही रमेश भाई ओझा की भागवत कथा में कथा व्यास को नमन करते हुए अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कहाकि भागवत कथा का श्रवण कर श्रीमहंत मुक्तानंद महाराज को कुछ सद्बुद्धि आए जिससे वे दंभ, अहंकार, लोभ आदि का त्यागकर श्रीमहंत गोपालानंद बापू की विरासत को किसी सुयोग्य शिष्य को सौंपें। उन्होंने अपने वीडियो संदेश में कहाकि जिस प्रकार से अग्नि अखाड़े में क्लेश चल रहा है। जब से मुक्तानंद महाराज ने पद संभाला है तभी से अखाड़े में विवाद उत्पन्न हुआ है। यह केवल अहम् का टकराव है। उन्होंने कहाकि अग्नि अखाड़े की आज की प्रभुता गोपालानंद बापू की देन है। कहाकि मुक्तानंद महाराज के छल-कपट, दंभ आदि के कारण क्लेश उत्पन्न हुआ है। इस कारण मन, बु़िद्ध से समझकर मुक्तांनद महाराज को पद किसी और को सौंप देना चाहिए। उन्होंने कहाकि यह ब्रह्मचारी की वेदना है। इस कारण ये सब कहना पड़ा है। उन्होंने कहाकि मुक्तानंद बापू पर विचार तो बहुत हैं, किन्तु चिंतन का अभाव है। जिस कारण से अखाड़े में विवाद उत्पन्न हो रहा है।

अग्नि अखाड़े में विवाद की देन मुक्तानंद बापूः आत्मानंद


