हरिद्वार। गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए काम करने वाली संस्था मातृ सदन ने एक बार फिर से अनशन की घोषणा कर दी है। 23 फरवरी से स्वामी शिवानंद के शिष्य ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद अनशन पर बैठेंगे। सोमवार को मातृ सदन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने इसकी घोषणा की। स्वामी शिवानंद की प्रमुख चार मांगे गंगा और उसकी सहायक नदियों और प्रस्तावित सभी परियोजनाओं पर रोक, रायवाला से रामपुर रायघटी तक खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद के गंगा एक्ट के गठन और गंगा परिषद बनाये जाने की मांग प्रमुख हैं। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भी लिख दिया है। स्वामी शिवानंद ने कहाकि सरकार द्वारा गंगा और उत्तराखंड की नदियों पर जो बांध बनाकर पर्यावरण का संतुलन बिगाड़ा जा उसी का नतीजा है कि उत्तराखंड में आए दिन आपदाएं आ रही है।