हरिद्वार। मातृ सदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानन्द बुधवार से एक बार फिर से तपस्या पर बैठेंगे। विभिन्न मांगों को लेकर उनकी तपस्या आरम्भ होगी।
ब्रह्मचारी आत्मबोधानन्द के तपस्या पर बैठने के संबंध में मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद महाराज ने बताया कि स्वामी निगमानन्द की हत्या मामले की आगे जांच के लिए उत्तराखंड उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया जाए और तत्काल सीबीआई इस मामले में आगे कार्यवाही करे। 2018 में स्वामी सानंद की हत्या मामले की जांच के लिए उत्तराखंड उच्च न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन हो और तत्काल इस मामले के सत्य को सबके सामने लाया जाए। 2020 में साध्वी पद्मावती के साथ हुए घटनाक्रम की जांच के लिए एक महिला जांच अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन हो। इसके साथ जिला न्यायालय, हरिद्वार में मातृ सदन के जितने भी मुकदमें लंबित हैं, उन पर एक विशेष पैनल बनाकर तत्काल सुनवाई हो। गंगा को लेकर सरकार द्वारा मातृ सदन को जितने भी आश्वासन दिये गए हैं, उन्हें अक्षरशः जमीन पर लागू किया जाए। उन्होंने कहाकि पूर्व में जल शक्ति राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने राज्य सभा में 31 जुलाई, 2019 को मातृ सदन को दिये गए सारे आश्वासनों को प्रशासन तत्काल लागू किया जाए। धर्मनगरी कहे जाने वाले हरिद्वार में बीते कुछ वर्षों में राजनेताओं, पुलिस, प्रशासन और अब यहां तक कि जिला न्यायालय के कुछ जज एवं मैजिस्ट्रेट का जो गठजोड़ हो गया है, उसके लिए केंद्र सरकार तत्काल एक पैनल बनाकर इनके खिलाफ जांच बैठाये। स्वमी शिवानंद ने कहाकि श्री भगवान दास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ निरंजन मिश्रा की गिरफ्तारी ऐसे ही गठजोड़ का परिणाम है। उन्होंने कहाकि जब तक उनकी उक्त मांगों पर विचार नहीं किया जाता ब्रह्मचारी आत्मबोधानन्द की तपस्या जारी रहेगी।

मातृ सदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानन्द बुधवार से फिर बैठेंगे तपस्या पर


