हरिद्वार। प्रदेश भर में लैंड़ जिहाद के खिलाफ सरकारी अभियान चला हुआ है। जिसके तहत सरकारी भूमि पर बनी अवैध मजार व मंदिरों के ध्वस्तीकरण का कार्य जारी है। इसी सिलसिले में हरिद्वार में भी आर्यनगर ज्वालापुर स्थित पीर वाली मजार पर प्रशासन का बुलडोजर चला। जिसके बाद मजार तोड़े जाने के समर्थन और विरोध में प्रदर्शन और बयानबाजी जमकर हुई। साथ ही मामला दलगत हो गया। इसी प्रकरण में एक नेता को माफी मांगने और माफी न मांगने की दशा में परिणाम गंभीर होने की चेतावनी सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दी गई। मीडिया में भी ऐसी खबरें आई। जिसके बाद क्रिया की प्रतिक्रिया हुई और बयान के विरोध में प्रदर्शन व पत्रकार वार्ता का भी आयोजन किया गया।
पत्रकार वार्ता कांग्रेस की ओर से की गई, जिसमें एक संत पर आरोप लगाते हुए जेल में बंद एक महिला का मुद्दा भी उठाया गया तथा महिला के जेल में बंद होने के प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की गई। प्रेसवार्ता के बाद बयानवीर बनने वालों के स्वर बदल गए। सूत्र बताते हैं कि बयानवीर ने भीमगोड़ा स्थित एक कांग्रेसी संत को फोन कर मामले का रफा-दफा करने का दवाब बनाया। सूत्र बताते हैं कि कांग्र्रेसी बाबा ने अपने नेता पर बयानवीर के खिलाफ कोई बयान व धरना-प्रदर्शन आदि न करने का अनुरोध किया।
जिसके बाद मामला शांत हो गया, किन्तु समाज के लोग अब इस मुद्दे से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। सूत्र बताते हैं कि इसी सप्ताह वे बड़ा प्रदर्शन कर बयानवीर के खिलाफ कार्यवाही की माग करेंगे। कार्यवाही न होने की दशा में धरना-प्रदर्शन का भी आयोजन किया जाएगा।