रंग ला रहा करपात्री जी का कांग्रेस को दिया श्राप, सनातन को मिटाने वाले स्वंय मिट जाएंगे

हरिद्वार। उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म की तुलना डेेंगू आदि बिमारियों से किए जाने का मामला दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। स्टालिन के बाद स्वामी प्रसाद मौर्या भी सनातन के विरोध में कूद गए हैं। उधर सनातन पर प्रहार करने वालों को भाजपा के वरिष्ठ नेता व लक्सर से पूर्व विधायक संजय गुप्ता ने कांग्रेस द्वारा सनातन विरोधियों के समर्थन में खड़े होने पर आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला है।


भाजपा नेता संजय गुप्ता ने कहाकि गलत का साथ देना भी पापाचार होता है। उन्होंने कहाकि द्रोपदी का चीर हरण होने पर भीष्म पितामह का मौन रहना और विरोध न करना भी उनकी दुखद मृत्यु का कारण बना। श्री गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सनातन पर हो रहे हमले के विरोध में एक शब्द भी नहीं बोली, बल्कि उनके साथ खड़ी है। यह वहीं कांग्रेस है जिसके खैरख्वाह जमानत पर हैं।


कहाकि कांग्रेस सनातन पर हमला करने वालों का विरोध कर भी कैसे सकती है। कारण ही कांग्रेस सदैव से ही सनातन की विरोधी रही है। कांग्रेस के खैवनहारों की जाति, कुल, धर्म किसी का कुछ पता नहीं। कभी राहुल अपने को कौल ब्राह्मण बताते हैं। जबकि इनके दादा फारसी थे। मां इसाई धर्म की हैं। ऐसे में जिन्हें अपनी जाति, धर्म, कुल के संबंध में जानकारी नहीं है वह सनातनी कैसे हो सकते हैं। उन्होंने कहाकि कांग्रेस हिन्दू विरोध के कारण रसातल में जा चुकी है और शेष कांग्रेस 2024 में होने वाले चुनावों में समाप्त हो जाएगी।


संजय गुप्ता ने कहाकि कांग्रेस शुरू से ही सनातन विरोधी रही है। यही कारण है कि उसका नामो निशान मिटना तय है। उन्होंने करपत्री जी महाराज के श्राप को याद दिलाते हुए कहाकि राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी ने करपात्री जी महाराज के नेतृत्व में गौरक्षा के लिए संसद का घेराव करने जा रहे सैंकड़ो संतों पर गोली चलवायी थी, जिसमें सैंकड़ों संतों की मौत हो गई थी। कहाकि उस समय संत करपात्री जी महाराज ने रोते हुए इंदिरा गांधी को श्राप दिया था कि एक दिन आधुनिक वेशभूषा में हिमालय का एक साधक दिल्ली की सत्ता पर राज करेगा और कांग्रेस का नामो निशान मिट जाएगा। उन्होंने कहाकि वह साधक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ही हैं। सच्चे साधक करपात्री जी महाराज का श्राप निष्फल नहीं जा सकता। इंदिरा गांधी द्वारा सनातनी संतों की हत्या करायी गई, ऐसे में कांग्रेस कैसे सनातन की पक्षधर हो सकती है।


उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उस बयान को भी दुर्भाग्यपूर्ण बताया, जिसमें उन्होंने कहाकि सनातन धर्म मजबूत हुआ तो नरेन्द्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बन जाएंगे। उन्होंने कहाकि खड़गे के इस बयान में जहां सनातन विरोधी होना स्पष्ट होता है वहीं इनकी सत्ता की भूख भी परिलक्षित होती है।


संजय गुप्ता ने कहाकि सनातन धर्म शाश्वत है। इसका न आदि है और न ही अंत, ऐसे में सनातन को मिटाने का ख्वाब देखने वालों को यह समझ लेना चाहिए की सनातन था, है और आगे भी रहेगा। हां इतना जरूर है की सनातन को मिटाने वाले स्वंय मिट जाएंगे। कहाकि आगामी 2024 के चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से भाजपा पहले से अधिक सीटों के साथ सरकार बनाएगी और कांग्रेस समेत सनातन विरोधी सभी दलों का सफाया हो जाएगा।

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