हरिद्वार। हरिद्वार। श्रीमती कमलेश चौहान की स्मृति में आयोजित श्रीमद भागवत कथा ने आज पूर्णाहुति के साथ विश्राम लिया। कथा पूर्णाहुति, पूजा-अर्चना हवन एवं भंडारे के साथ सम्पन्न हुई।
व्यासपीठ पर विराजमान महामण्डलेश्वर स्वामी रामेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने श्रोताओं भागवत कथा का श्रवण कराया। उन्होंने मोहिनी एकादशी की महिमा का विस्तार से वर्णन किया, जिसे सुनकर श्रोता भक्ति के सागर में गोते लगाते रहे। उन्होंने सुदामा चरित्र, दत्तात्रेय उपाख्यान और गौ रक्षा जैसे महत्वपूर्ण प्रसंगों का भी मनोहारी वर्णन किया। उन्होंने धर्म, सत्य और सेवा को ही मानव जीवन का सच्चा धर्म बताया, जिससे उपस्थित भक्तगण भावविभोर हो उठे और पूरा वातावरण जय श्री कृष्ण के जयघोष से गूंज उठा।
कथा की पूर्णाहुति पर विशाल यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में सहारनपुर उत्तर प्रदेश से आए सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर विशाल भण्डारे का आयोजन हुआ, जिसमें संतों और भक्तों ने प्रसाद ग्रहण कर कथा के आयोजकों के मंगलमय जीवन की कामना की।