समाजसेवी मधुसुदन ने सीएम को पत्र भेजकर लगाई सम्पत्ति बचाने की गुहार
हरिद्वार। समाजसेवी रानीपुर मोड़ निवासी मधुसुदन मेहता ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर खडखड़ी स्थित बसंत भवन की सम्पत्ति को खुर्द बुर्द होने से बचाने की गुहार लगाई है। पत्र में कहा कि 28 अक्टूबर 1937 को भगवती देवी पत्नी पंडित बसंत निवासी खडखड़ी हरिद्वार ने एक ट्रस्ट बनाकर बसन्त भवन में स्थापित शिवजी महाराज को सम्पत्ति समर्पित कर दी गई। ट्रस्टियों मंेे नगर पालिका चेयरमैन को प्रबन्धक बनाया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में मुनिस्पिल बोर्ड में चेयरमैन जैसा कोई पदेन व्यक्ति नहीं है, जिस कारण से ट्रस्ट का प्रबन्धन सुचारू नहीं चल रहा है।

उन्होंने कहा कि जागरूक नागरिक होने के नाते उन्होंने एक बार 38/2021 जिला कोर्ट में नितिन सिंह बनाम शिवजी महाराज दायर किया हुआ है, जिसमंे आगामी तिथि 5 जुलाई 2022 सुनवाई के लिए नियत है। मेहता ने कहा है कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि नगर निगम के कुछ कर्मचारी व पार्षद गलत दस्तावेज तैयार कर अवैध कब्जा करना चाह रहे हैं। जबकि विगत वर्षों में उक्त सम्पत्ति को न्यायालय के माध्यम से ही अवैध कब्जा मुक्त कराया गया था। अब वहीं लोग फिर से अवैध कब्जे का ताना-बाना बुन रहे हैं।
सार्वजनिक सम्पत्ति पर ऐसे लोगों के कब्जा करने पर सरकार की छवि पर गलत असर पड़ेगा। पत्र की प्रतिलिपि मधुसुदन मेहता ने शहरी विकास मंत्री, जिलाधिकारी व मुख्य नगर अधिकारी को प्रेषित की है।
बसंत भवन पर अवैध कब्जे के प्रयास के मनसूबे काफी दिनों से कुछ लोगों ने पाले हुए हैं। सूत्र बताते है कि बसन्त भवन को खुर्द बुर्द करने का खेला हो चुका है। जिसके चलते एक नेता को मोटी रकम विगत सप्ताह दी भी जा चुकी है। साथ ही कुछ नेताआंे को एक आश्रम विशेष मंेे बुलाकर महंगे डिनर सेट के अतिरिक्त लिफाफा भी भेंट किया जा चुका है। जिस कारण अब बसन्त भवन पर खुर्द बुर्द होने के बादल फिर से मंडराने लगे हैं।