हरिद्वार। बैरागी अखाड़े में मुख्यमंत्री के पहुंचने पर सबसे पहले बैरागी संतों की तीनों आणियो द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया गया, जिसमें बैरागियों ने बैरागी कैम्प को मेला क्षेत्र घोषित किये जाने के साथ-साथ बैरागियों के लिए कुम्भ में जल्द से जल्द व्यवस्थाएं कराने की मांग की ताकि माघ मेले से आने वाले बैरागियों को रहने ठहरे में कोई असुविधा न हो। निर्मोही अखाड़े के श्रीमहंत राजेन्द्र दास ने कहा कि मुख्यमंत्री को जो मांग पत्र दिया गया है, इस पर मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति दे दी है और अगर फिर भी कार्य शुरू नहीं होते तो बैठक कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि 4 दिनों के अंदर अगर साधु-संतों की छावनी नहीं बनाई गई तो कुंभ मेले का वह विरोध करेंगे। हालांकि, मुख्यमंत्री से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई विरोध नहीं है लेकिन अगर विरोध है तो वह खुद जाकर साधु संतों से बात करेंगे।