हरिद्वार। आटिया-पाटिया खेल ने हरिद्वार में आयोजित 40 वाहिनी पीएसी परिसर में लग रहे 3 दिन से मेले में जमकर धूम मचाई। यह खेल देखकर पीएसी के जवानों और वहां चल रहे इंटर कॉलेज के छात्र-छात्राओं में इस खेल को सीखने की ललक जागी और यह खेल पीएसी के जवानों के बीच बड़ा ही कुतूहल वाला रहा। पीएसी का हर जवान इस खेल को सीखने के लिए लालायित रहा।
आटिया-पाटिया एसोसिएशन की प्रदेश सचिव आरती सैनी और डायनामिक मार्शल आर्ट एकेडमी मिस्सरपुर के अध्यक्ष अमित सैनी ने 40 वीं वाहिनी पीएसी में चल रहे तीन दिवसीय मेले में आटिया-पाटिया खेल की टीम का प्रदर्शन किया था। खेल का उद्घाटन 40 वीं वाहिनी पीएसी के कमांडेंट ददन पाल और उपवा की जिला अध्यक्ष श्रीमती आभा पाल ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर कमांडेंट ददन पाल ने कहा कि यह खेल भारतीय पारंपरिक खेल है और इस खेल हमें हमारी संस्कृति से जोड़ता है। यह खेल दक्षिण और उत्तर भारत की एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जल्दी ही 40 वीं वाहिनी पीएसी में आटिया-पाटिया खेल को बढ़ावा दिया जाएगा और इसकी टीम गठित की जाएगी।
इस अवसर आटिया-पाटिया एसोसिएशन की प्रदेश सचिव आरती सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री के खेलो भारत की योजना के तहत भारत के पारंपरिक खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। उसी के तहत उत्तराखंड में आटिया-पाटिया खेल को बढ़ावा देने के लिए पिछले दिनों प्रदेश स्तर पर एसोसिएशन का गठन किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर रोहतक में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखंड की बालिका और बालक वर्ग की टीमों ने भाग लिया और बेहतर प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर खिलाडिय़ों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। एसोसिएशन की प्रदेश सचिव श्रीमती आरती सैनी को पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और लड़कियों में आत्म सुरक्षा के विशेष गुर सिखाने के लिए की जाए किए जा रहे कार्यों के लिए पीएसी 40 वाहिनी के कमांडेंट ददन पाल और श्रीमती आभा पालने सम्मानित किया।
आटिया-पाटिया खेल की बालिका खिलाडिय़ों वर्षा, शालू चौहान, वंशिका, अनुराधा, दुर्गा, आरती, गंगा, टीना, काजल, कविता, खुशी तथा पूजा ने शानदार खेल दिखाकर वाहवाही लूटी।