हरिद्वार। शराब ठेकेदारों ने आबकारी अधिकारी और एक बाबू पर धांधलेबाजी का संगीन आरोप लगाया है। पूर्व अनुज्ञापी ने जिला आबकारी अधिकारी एवं बाबू पर मानकों के विपरीत 11 करोड़ की अनुमानित राशि वाली दुकान को सिर्फ 7 करोड़ में आवंटित करने का आरोप लगाया है। साथ ही मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग शासन से की गई है।
रोशनाबाद के ठेकेदार राजेंद्र कुमार और उनके सहयोगी मोहित जायसवाल ने जिला आबकारी अधिकारी और एक बाबू पर दुकान आवंटित करने में खुली धांधलेबाजी का आरोप लगाया। मोहित जायसवाल ने बताया कि उन्होंने अपनी सहयोगी स्वाति चौहान के साथ वित्तीय वर्ष 2021-22 और 22-23 के लिए विदेशी मदिरा की दुकान रोशनाबाद का ठेका प्राप्त किया था, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते उन्होंने 28 मार्च को ठेका निरस्त करने के लिए जिला आबकारी अधिकारी को आवेदन पत्र दे दिया। जिला आबकारी अधिकारी ने उनका ठेका निरस्त कर दिया। उन्हें 29 मार्च को ही दुकान बंद करने का आदेश दिया। तीन दिन दुकान बंद रहने के चलते उन्हें प्रतिदिन सवा तीन लाख का नुकसान हुआ। इसके साथ ही करीब 3 लाख रुपए का माल दुकान में मौजूद था। राजेंद्र कुमार ने बताया कि जिला आबकारी अधिकारी ने बाबू के साथ मिलकर 11 करोड़ के ठेके को मात्र 7 करोड़ रुपए में एक अन्य व्यक्ति के नाम आवंटित कर दिया। उन्होंने कहा वे इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं। राजेंद्र कुमार ने बताया उन पर जबरन 4 करोड़ रुपए का बकाया भी बताया जा रहा है। हालांकि, इस मामले में उन्हें अभी नोटिस नहीं मिला हैं। उन्होंने कहा वे मामले को लेकर कोर्ट जाएंगे।

धांधली का आरोपः 11 करोड़ का शराब का ठेका ठेका 7 करोड़ में दे दिया

