वीडियोः आनन्द गिरि के पिता और भाई ने लगाए नरेन्द्र गिरि मौत मामले में साजिश के आरोप

श्रीमहत रविन्द्र पुरी बोले, लगाए गए सभी आरोप निराधार

प्रेस क्लब प्रयागराज में प्रेस वार्ता के दौरान स्वामी आनंद गिरि के पिता और उनके भाई ने कहा कि नरेंद्र गिरी की मौत में कोई स्वामी आनंद गिरि को फसाने की पूरी साजिश की गई है, उनका इस मामले में हाथ नहीं है। आनंद गिरी नरेंद्र गिरी का विश्वास पात्र शिष्य था। कहा कि, बेटे को पूरी तरह से फसाने की साजिश पंचायती अखाड़ा श्री निरंजन के सचिव महंत रवींद्र पुरी की है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी की आत्महत्या मामले में नया मोड़ सामने आया है। जेल में बंद आनंद गिरि के पिता रामेश्वर लाल चोटिया और उनके भाई शंकर लाल का आरोप है कि घटना के दिन आनंद हरिद्वार में था। महंत नरेंद्र गिरी ने आत्महत्या की थी, मेरे बेटे को फसाने की पूरी साजिश की गई है।


कहा कि, अगर महंत रवींद्र सच है तो कसम खाकर गंगाजल उठा लें। बता दें कि बीते 20 सितंबर 2021 को बाघम्बरी स्थित मठ के अतिथि कक्ष में महंत नरेंद्र गिरि फंदे से लटके मिले थे। अमर गिरि की तहरीर और सुसाइड नोट के आधार पर जार्जटाउन पुलिस ने महंत के शिष्य आनंद गिरि, पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा लिखा था। इसके बाद मामला कोर्ट में विचाराधीन है।


उधर आनन्द गिरि के पिता और भाई के आरोपों पर श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है।श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने प्रयागराज महाकुंभ स्थित अपनी छावनी में पत्रकार वार्ता के दौरान अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का खंडन कर बताया की स्वामी आनंद गिरि के भाई और पिता द्वारा प्रेस वार्ता के दौरान स्वामी आनंद गिरि को फसाने के आरोप लगाए गए हैं वह इस विषय में मुझ पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।


उन्होंने कहा कि कोर्ट में उनके द्वारा गवाही के दौरान जो कुछ तथ्य सामने आए, उन्होंने सिर्फ उन्हीं तथ्यों के विषय में कोर्ट मे गवाही दी है। उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया कहाकि अगर मेरी बात पर विश्वास ना हो तो उनके माता-पिता कोर्ट से वह कॉपी निकलवा सकते हैं, जिसमें मेरे द्वारा तथ्यों के आधार पर गवाही दी गई है। श्री महेंद्र रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि स्वामी आनंद गिरी उनके शिष्य के समान है और उनके गुरु ब्रह्मलीन श्री महंत नरेंद्र गिरी मेरे बहुत अच्छे मित्र थे, मैं कभी झूठ नहीं बोलता हूं कुछ लोग साजिश के तहत मेरी छवि को धूमिल करना चाहते हैं। ऐसे लोगों को भगवान कभी माफ नहीं करेगा।


उन्होंने कहा कि अगर आनंद गिरि के माता और पिता कों मुझसे कोई शिकायत है तो आ कर मुझसे मिल सकते हैं। क्योंकि यह मामला सीबीआई देख रही है। और कोर्ट मंे विचाराधीन हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि कुछ कथित संत, महंत मुझे बदनाम करके अपनी राजनीती चमकाना चाहते हैं। इस अवसर पर श्री महंत रामरतन गिरी, स्वामी ललिता नंद गिरी, महंत ओमकार गिरी, महंत राधे गिरी, महंत राजगीरी, स्वामी दिनेश गिरी आदि मौके पर उपस्थित रहे।

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