हरिद्वार। हरिद्वार के एक संत पर दीक्षा दिलाने के नाम पर यौन शोषण करने का आरोप लगा है। जब इस मामले की जानकारी राज्य महिला आयोग की सदस्य को मिली, तो संत महाराज के खिलाफ कानपुर के किदवई नगर थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया। जानकारी के मुताबिक कानपुर में किदवई नगर के कारोबारी परिवार की बेटी ने बेंगलुरु से एमबीए की पढ़ाई की थी। परिवार में बेटी के माता-पिता महाराज के कार्यक्रमों में जाते थे। एक दिन कार्यक्रम में जब मां अपनी बेटी को लेकर पहुंची तो महाराज ने कहा, कि थोड़ा समय वह लेंगे। इसके बाद एक स्थान पर ले जाकर बेटी के साथ गलत कृत्य कर दिया। परिवार की ओर से मां ने राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर व रंजना शुक्ला को जनसुनवाई कार्यक्रम में अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने कमिश्नर कानपुर को आदेश दिए कि इस मामले में एफआइआर दर्ज करने के बाद संत के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करें। इसके बाद उस संत के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी।
उधर इस मामले में जिस दम्पत्ति ने प्रखर महाराज पर आरोप लगाए हैं उन्हीं की बेेटी ने आज मीडिया से मुखातिब होते हुए आरोपों को निराधार बताया। साध्वी ने कहाकि वे अपनी मर्जी से आश्रम में रह रही हैं और उनके परिजनों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं।

दंपती ने हरिद्वार के संत पर लगाया बेटी के साथ गलत कृत्य का आरोप, बेटी ने आरोप निराधार बताए


