*यही मेरी दीवाली,यही मेरा इगास बग्वाल:सीएम धामी
आज मंगलवार पूरे देश के लिए खुशी की खबर आई। जब पिछले 16 दिन से सुरंग में फंसे सभी 41 श्रमिक सकुशल बाहर आ गए हैं। टनल से सुरक्षित बाहर आए सभी श्रमिको का सीएम धामी ने फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। सभी श्रमिक स्वस्थ दिखे।
इस मौके पर सीएम धामी ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि रेस्क्यू के दौरान जुटी सभी एजेंसियों,जवानों,विशेषज्ञों के साथ ही स्थानीय निवासियों एवं मीडिया का धन्यवाद,जिन्होंने इस लंबी व बेहद मुश्किल घड़ी में साथ दिया। उन्होंने टनल में फंसे सभी श्रमिको के धैर्य व साहस की जमकर सराहना की एवं उनके परिजनों को शुभकामनाए दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी 41 मजदूरों को एक एक लाख रूपये देने की घोषणा की !
‘आस्था’ और ‘विज्ञान’ से अंजाम तक पहुंचा ‘मिशन सिलक्यारा’
सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने का रेस्क्यू, विज्ञान और भगवान दोनों की बदौलत सफल हो पाया। कहीं न कहीं इसका मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी देखने को मिला, जिससे एक आस बंधी कि सब कुछ ठीक होगा।
दरअसल, टनल में फंसे श्रमिकों का तो ईश्वर पर अटल विश्वास था ही बचाव अभियान दल ने भी हर रोज देव आराधना के बाद ही रेस्क्यू की शुरुआत की। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और ‘इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन’ के अध्यक्ष अर्नोल्ड डिक्स भी टनल के मुहाने पर बनाए गए बौखनाग मंदिर में सिर झुकाकर श्रमिकों को सकुशल वापसी के लिए ईश्वर से आशीर्वाद मांगा।
यही मेरी दीवाली,यही मेरा इगास बग्वाल
मुख्यमंत्री ने बचाव दल की पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरे की खुशी ही मेरी दीवाली और यही मेरा ईगास-बगवाल है।