अगर संत का जीवन धर्म के काम नहीं आया तो व्यर्थ: अच्युतानंद

हरिद्वार। भूमापीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ महाराज ने सर्वानंद घाट पर आकर यति नरसिंहानंद गिरी और स्वामी अमृतानंद महाराज के अनशन स्थल पर आकर धर्म संसद की आयोजन समिति के आंदोलन का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि यति नरसिंहानंद गिरी धर्म की लड़ाई लड़ रहे हैं। मैं हर तरह से उनके साथ हूँ। जितेंद नारायण सिंह त्यागी को अन्याय पूर्ण तरीके से गिरफ्तार किया गया है। उनकी गिरफ्तारी का हर तरह से विरोध किया जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो मैं भी सर्वानंद घाट पर आकर बैठ जाऊँगा। अब हम सभी सन्तों को अपने आश्रमांे का मोह छोड़कर सनातन धर्म के अस्तित्व के लिये खड़ा होना ही पड़ेगा। हम संत हैं, हम किसी को मार नहीं सकते परन्तु धर्म की रक्षा के लिये अपने प्राण दे ही सकते हैं। अगर संत का जीवन धर्म की रक्षा के काम नहीं आया तो समझो कि वह व्यर्थ हो गया।

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