हरिद्वार। किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले मे फरार चल रहे आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस ने आरोपितों के सम्बंधित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा। फरार आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार ठिकाने बदल रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक रुड़की क्षेत्र के कान्हापुर निवासी फारूक ने दो सप्ताह पूर्व अपनी भतीजी के साथ लक्सर कोतवाली पहुंचकर पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसकी भतीजी लक्सर क्षेत्र के एक गांव में अपने रिश्ते के मामा नसीम उर्फ कल्लू के पास रहती थी। युवती की मां मानसिक रूप से पीडि़त होने के चलते वह इधर-उधर भटकती रहती है। रिश्ते का मामा नसीम को इस बात की जानकारी थी कि किशोरी के आगे पीछे कोई नहीं है। जिसका फायदा उठाकर अपने साथी अब्दुल रहमान, मुनीश आदि के साथ लम्बे समय तक किशोरी का शारीरिक शोषण करता आ रहा था। जिसके चलते इसी बीच किशोरी घर से निकालकर उसके पास पंहुच गयी।
फारूक की तहरीर पर नसीम उर्फ कल्लू अब्दुल रहमान, मुनीश, फरमान, अरशद, इस्लाम साजिद व अहसान आठ लोगो के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर कर लिया गया था। जब पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू की गई तो मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। आरोपित फारूक द्वारा कुछ लोगों के साथ रंजिश के चलते उन्हें दुष्कर्म के झूठे मुकदमे में फंसाकर उनसे मोटी रकम एंेठने की योजना बनाई गई थी। लेकिन पुलिस द्वारा गहनता से मामले की गई जांच में उसकी योजना धरी की धरी रह गयी।
पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कराने वाले वादी किशोरी के रिश्ते के चाचा फारूक निवासी कान्हापुर रुड़की उसके साथी गुलशाद व अहसान तथा मामले में आरोपित नसीम उर्फ कल्लू, अब्दुल रहमान व मुनीष निवासी जैनपुर कोतवाली लक्सर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। मामले की जांच के चलते आरोपित तीन और लोगों के नाम सामने आए थे। कोतवाल राजीव रौथान ने बताया कि आरोपित घरों से फरार है। जो गिरफ्तारी से बचने के लिए अलग-अलग ठिकाने बदल कर रह रहे हैं। पुलिस द्वारा उनके ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है। आरोपितों को शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।