अजगर का रेस्क्यू करने गए वनकर्मी पर अजगर का हमला, गंभीर रूप से घायल

विनोद धीमान
हरिद्वार।
लक्सर के लालपुर गांव में मंगलवार को एक विशालकाय अजगर को रेस्क्यू करने गए वन विभाग के संविदा कर्मी गुरजंट सिंह पर अजगर ने हमला कर दिया। हमले में गुरजंट सिंह का हाथ गंभीर रूप से घायल हो गया हैं। उन्हें आनन-फानन में लक्सर के अग्रवाल नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उनकी मरहम पट्टी कर उन्हें घर भेज दिया है।


जानकारी के अनुसार, लक्सर वन विभाग को सूचना मिली थी कि लक्सर के लालपुर पोडोवाली गांव के रास्ते पर एक अजगर दिखाई दिया है। सूचना पर वनकर्मी सुमित सैनी, गुरजंट सिंह और शिवकुमार मौके पर पहुंचे और अजगर को सुरक्षित पकड़ने का प्रयास करने लगे। इसी दौरान अजगर ने अचानक गुरजंट सिंह पर हमला कर दिया और उनका हाथ बुरी तरह घायल हो गया। घायल होते हुए भी गुरजंट सिंह ने अजगर को नहीं छोड़ा और उसका रेस्क्यू कर सुरक्षित उसके वास स्थान पर छोड़ दिया।


ग्रामीणों ने बताया कि अजगर पकड़ने आई वन विभाग की टीम के पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे उनके पास कोई सेफ्टी टूल नहीं था जिसके चलते वनकर्मियों को अपनी जान जोखिम में डालकर अजगर सांप को रेस्क्यू करना पड़ा है। सूत्रों के मुताबिक, लक्सर वन विभाग ने सेफ्टी उपकरणों की मांग पहले ही विभागीय कार्यालय को भेज रखी है, लेकिन अब तक जरूरी उपकरण उपलब्ध नहीं कराए गए हैं।


उल्लेखनीय है कि गुरजंट सिंह ने आज सुबह ही रायपुर गांव से एक अन्य अजगर को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ा था। इसके बाद वह लालपुर गांव में दूसरे अजगर को रेस्क्यू करने पहुंचे थे। बता दे कि अब तक गुरजंट सिंह ने 160 से अधिक सांप 56 से अधिक सांभर और 50 के करीब अजगर 20 मगरमच्छ 12 मॉनिटर लिजर्ड अच्छे शीतल छे नीलगाय आदि जंगली जीवों का रेस्क्यू किया है जिसके लिए सरकार ने गुलशन सिंह को सम्मानित भी किया था।
जब इस संबंध में वन क्षेत्राधिकारी शैलेंद्र नेगी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। वहीं, वन विभाग के एसडीओ रुड़की ज्वाला प्रसाद ने कहाकि सभी वनकर्मियों के पास सेफ्टी टूल्स होते हैं। अगर किसी के पास इनकी कमी है, तो जल्द ही पूरी कराई जाएगी।

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