हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन का आज से तीन दिवसीय किसान चिंतन शिविर शुरु हुआ। जिसमें हिस्सा लेने के लिए भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत हरिद्वार पहुंचे। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा चिंतन शिविर किसानों के हितों के लिए टिकैत साहब के जमाने से होता रहा है। इस शिविर में 6 महीने क्या हुआ और आगे के 6 महीनों में क्या कुछ किया जाना है इसके लिए रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का भी विरोध किया। इसे लेकर राकेश टिकैत ने कई सवाल खड़े किये हैं।
राकेश टिकैत ने कहा इस बार स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट, एमएसपी गारंटी कानून, बिजली के रेट अलग-अलग प्रदेशों में अलग-अलग क्यों हैं? यूपी में 12 गुना महंगी बिजली है, इन जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएंगी। उत्तराखंड को ऑर्गेनिक राज्य घोषित करने की मांग भी सरकार से की जाएगी।
उन्होंने उत्तराखंड में विलेज टूरिज्म को बढ़ावा देने की बात भी कही। केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए कहा कि 4 साल नौकरी करने के बाद नौजवान क्या करेंगे? कहां जाएंगे? अगर नौजवान आंदोलन की राह अपनाएंगे तो किसान उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि किसान अब आंदोलन करना सीख गया है। अब उसे दिल्ली का रास्ता भी पता लग गया है। इसलिए सरकार अपना मन बता दे कि वो आंदोलन से किसानों की बात मानेगी या फिर बातचीत से। राकेश टिकैत ने बढ़ती महंगाई और इन दिनों चल रही राजनीति पर कहा कि सरकार ने देश की जनता को फिजूल के मुद्दों में उलझा रखा है। सरकार का काम है कि वो देश की जनता की भलाई के बारे में सोचे ना कि हिंदू-मुस्लिम फैलाए।