हरिद्वार। जिले के रुड़की में एक अजीब ओ गरीब मामला सामने आया है। यहां करीब एक महीन पूर्व जिस व्यक्ति ने अपनी पत्नी के साथ गंगनगर में कूदकर आत्महत्या कर ली थी, वो व्यक्ति अचानक अपने घर पहुंच गया। पुलिस को तब महिला की लाश मिल गई थी, लेकिन पति का कुछ नहीं पता चल पाया था। हालांकि जब घरवालों को पति की लाश नहीं मिली तो उन्होंने उसे भी मृत समझ लिया था, लेकिन वो जिंदा निकला और पत्नी की तेरहवीं के तुरंत बाद घर लौट आया। इस मामले में अब मृतका के मायके वालों ने उसके पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है, जिसकी जांच में पुलिस जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक झिड़यान ग्रांट मानुबास के रहने वाले दंपति प्रदीप और रत्ना ने बीते 28 अप्रैल को पिरान कलियर की नई गंगनहर में निर्माणाधीन पुल के पास बाइक और बच्चे को किनारे खड़ा कर छलांग लगा दी थी। पानी के तेज बहाव में दोनों लापता हो गए थे, जिसके बाद एक राहगीर ने बच्चे के रोने की आवाज सुनकर कलियर पुलिस को सूचना दी थी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने बाइक को कब्जे में लिया और बच्चे से पूछताछ करने के बाद मामले की सूचना दंपति के परिजनों को दी। साथ ही जल पुलिस ने गंगनगर में दोनों की तलाश शुरू की। हालांकि कई दिनों के सर्च ऑपरेशन के बाद भी पुलिस को दोनों का शव नहीं मिला था। इसके बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन बंद कर दिया था। परिजनों ने भी दोनों को मृत मान लिया था। दंपति की आत्महत्या करने के बाद 4 मई को रत्ना का शव असफनागर झाल में फंसा हुआ मिला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। 11 मई को परिजनों ने रतना की तेहरवीं थी। लेकिन तेहरवीं करने के अगले दिन ही प्रदीप सकुशल घर लौट आया। इसके बाद रत्ना के मायके वालों को प्रदीप पर कुछ शक हुआ।
शक के आधार पर ही रत्ना के मायके वालों ने प्रदीप के खिलाफ पिरान कलियर थाने में तहरीर दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि दीपक ने रत्ना की सुनसान जगह ले जाकर षड्यंत्र रचकर उसकी हत्या की है। पुलिस ने रत्ना के भाई की तहरीर पर पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।


एक साथ गंगनहर में कूदे थे पति-पत्नी, तेरहवीं के बाद घर लौट आया पति
