शबद कीर्तन में शामिल हुए सीएम धामी, राज्यपाल व मंत्री प्रेमचन्द्र
श्री हेमकुंड साहिब की ओर से ऋषिकेश गुरुद्वारा साहिब में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था भी रवाना किया। बता दें कि 22 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने हैं। जिसकी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। आज ऋषिकेश से हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था रवाना हुआ। जत्थे को सीण्म धामी ने रवाना किया। सरकार और गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने इस बार हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की संख्या भी निर्धारित की है। ऐसे में इस बार एक दिन में 5000 श्रद्धालु हेमकुंड साहिब में मत्था टेक सकेंगे। हेमकुंड साहिब यात्रा पर आने वाले सभी यात्रियों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन सभी के लिए अनिवार्य होगा। इसके लिए उत्तराखंड पर्यटन की वेबसाइट पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा के मुताबिक अगर कोई यात्री किसी भी वजह से अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करवा सकते, वो हेमकुंड गुरुद्वारा ऋषिकेश में उपस्थित होकर अपना ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बिना किसी परेशानी के करवा सकते हैं। गौर हो कि हेमकुंड साहिब में सिखों के दसवें और अंतिम गुरु, गुरु गोविंद सिंह ने तपस्या की थी। हेमकुंड साहिब विश्वभर में सबसे ऊंचाई पर स्थित गुरुद्वारा है, जो समुद्र तल से 15,225 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस पावन स्थल के पास हिंदू धर्म का भी एक प्रमुख मंदिर है, जो हेमकुंड साहिब की बर्फिली वादियों व हेमकुंड झील के तट पर बसा लक्ष्मण मंदिर है, जो लोकपाल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।


हेमकुंड साहिब के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना
